प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की दो दिन की यात्रा पर गुरुवार को रवाना हो रहे हैं। वहां से लौटते हुए प्रधानमंत्री एक दिन के लिए संयुक्त अरब अमीरात भी जाएंगे। प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है। मोदी पेरिस में बास्टिल डे परेड में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ होने वाली द्विपक्षीय बैठक सामारिक, वैज्ञानिक, अकादमिक और आर्थिक सहयोग जैसे विविध क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग का रास्ता तलाशने का अवसर प्रदान करेगी। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन जैसे सहयोग के पारंपरिक क्षेत्रों के साथ-साथ स्टार्टअप उद्योग, अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था जैसे नए क्षेत्रों पर भी चर्चा करेंगे।
मोदी फ्रांस की अपनी छठी यात्रा में 13 जुलाई की दोपहर तक पेरिस पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री उस दिन प्रवासी भारतीयों से भी मिलेंगे। यह बैठक पेरिस में सीन नदी पर आईआईआई सेगुइन द्वीप पर स्थित एक प्रदर्शन कला केंद्र, ला सीन म्यूजिकल में होगी। मोदी और मैक्रों दोनों देशों की बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्याधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति मैक्रों प्रधानमंत्री के सम्मान में राजकीय भोज की मेजबानी करेंगे तथा निजी रात्रि भोज भी देंगे। दोनों नेताओं के बीच विविध विषयों पर व्यापक चर्चा होगी। इसमें कहा गया है कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी का फ्रांस के प्रधानमंत्री तथा वहां की सीनेट एवं नैशनल एसेम्बली के अध्यक्षों से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।
14 जुलाई को बास्टिल दिवस समारोह में भारतीय सेना के तीनों अंगों की एक टुकड़ी भी हिस्सा ले रही है। इसमें भारतीय वायु सेना के कम से कम तीन राफेल लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेंगे। यात्रा के दौरान मोदी फ्रांस की प्रधानमंत्री इलिजाबेथ बोर्न से मुलाकात करेंगे। वह फ्रांसीसी सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर और नैशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्रौन-पिवेट के साथ भी बातचीत करेंगे।
संयुक्त अरब अमीरात दौरा
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक आश्चर्यजनक घोषणा में कहा कि प्रधानमंत्री फ्रांस की यात्रा पूरी करने के बाद 15 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात का दौरा करेंगे। क्वात्रा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान के साथ ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों पर द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने के लिए वार्ता करेंगे।’
इस यात्रा में फरवरी में किए गए भारत-यूएई व्यापक साझेदारी पर आधारित द्विपक्षीय वार्ता होगी। क्वात्रा ने कहा, ‘व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते होने के बाद से हमने अपनी भागीदारी में महत्त्वपूर्ण उछाल और वृद्धि देखी है।’
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 85 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिससे अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और दूसरा सबसे बड़ा निर्यात स्थान बन गया है। संयुक्त अरब अमीरात दुनिया में निवेश का चौथा सबसे बड़ा स्रोत भी है। दोनों देश जैतापुर परियोजना से संबंधित सभी मुद्दों को सुलझाने में तल्लीनता से लगे हैं।