प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान के लोगों से अपील की कि वे अपनी सरकार और सेना द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति के खिलाफ खड़े हों। उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद न केवल पाकिस्तान के लोगों की जिंदगी बर्बाद कर रहा है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया है। गुजरात के कच्छ जिले के भुज में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बातें कही। यह उनकी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद गुजरात की पहली यात्रा थी।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अपने 11 साल के कार्यकाल को याद करते हुए भारत की आर्थिक प्रगति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत ने जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल किया है। इसके उलट, उन्होंने पाकिस्तान की स्थिति पर सवाल उठाए और वहां के लोगों से पूछा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने से उन्हें क्या हासिल हुआ। पीएम ने कहा, “भारत जहां पर्यटन को बढ़ावा देता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन समझता है। यह पूरी दुनिया के लिए खतरनाक है।”
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उसने शांति का रास्ता नहीं चुना, तो उसे भारतीय सेना के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए आतंकवाद कमाई का जरिया बन गया है। मैं वहां के लोगों से कहता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ खड़े हों, शांति और खुशहाली की जिंदगी जिएं। वरना हमारी गोली तैयार है।”
प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले के बाद की घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने 15 दिन तक इंतजार किया कि शायद पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करेगा। लेकिन जब 9 मई की रात को पाकिस्तान ने नागरिकों पर हमले की कोशिश की, तो भारतीय सेना ने दोगुनी ताकत से जवाब दिया और पाकिस्तान के हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया।
इस मौके पर पीएम ने 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया। कच्छ, जो पाकिस्तान के साथ जमीनी और समुद्री सीमा साझा करता है, में उनकी यह सभा खासा महत्व रखती थी। उन्होंने पाकिस्तान को एक बार फिर शांति का रास्ता चुनने की सलाह दी।