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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान गई और कई घायल हुए, भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान के कई यूट्यूब चैनलों पर बैन लगा दिया है।
गृह मंत्रालय की सिफारिश पर की गई इस कार्रवाई में कहा गया है कि ये यूट्यूब चैनल “भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील कंटेंट” फैला रहे थे और “भारत, भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बनाते हुए भ्रामक नैरेटिव” चला रहे थे।
बैन के तहत भारत में जिन पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक किया गया है, उनमें कई बड़े न्यूज चैनल और व्यक्तिगत क्रिएटर्स शामिल हैं। जिन चैनलों पर पाबंदी लगी है उनमें डॉन न्यूज (Dawn News), समा टीवी (Samaa TV), एआरवाई न्यूज (ARY News), बोल न्यूज (Bol News), रफ्तार (Raftar), जियो न्यूज (Geo News), सुनो न्यूज (Suno News) और द पाकिस्तान एक्सपीरियंस (The Pakistan Experience) शामिल हैं।
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इसके अलावा, कई लोकप्रिय कंटेंट क्रिएटर्स के चैनल भी प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। इनमें वसी हबीब, अरजू काज़मी, सैयद मुज़म्मिल शाह, पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर और पत्रकार इरशाद भट्टी, असमा शिराज़ी, उमर चीमा और मुनीब फारूक जैसे नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि इन चैनलों के दर्शकों में बड़ी संख्या भारतीय यूजर्स की थी।
अब जब भारतीय दर्शक इन चैनलों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं, तो यूट्यूब पर उन्हें एक संदेश दिखाई देता है:“यह सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित सरकार के आदेश के कारण इस देश में उपलब्ध नहीं है। सरकार की ओर से हटाए गए कंटेंट के बारे में अधिक जानकारी के लिए गूगल ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट देखें।”
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपनी जांच तेज कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एनआईए की टीमें 23 अप्रैल से घटनास्थल पर तैनात हैं और मौके पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ कर महत्वपूर्ण सबूत जुटा रही हैं।
इस हमले के बाद भारतीय सेना ने भी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। घाटी में आतंकियों के खिलाफ कई तलाशी अभियानों को अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही आतंकियों से जुड़े कई ठिकानों और घरों को ध्वस्त किया गया है।
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इस बीच, भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के मद्देनज़र कई यूट्यूब चैनलों को भारतीय दर्शकों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। इनमें वसय हबीब, अरजू काज़मी, सैयद मुज़म्मिल शाह, क्रिकेटर शोएब अख्तर और पत्रकार इर्शाद भट्टी, असमा शिराज़ी, उमर चीमा और मुनीब फारूक जैसे लोकप्रिय कंटेंट क्रिएटर्स के चैनल शामिल हैं। इन चैनलों का बड़ा दर्शक वर्ग भारतीय था।
अब भारतीय दर्शकों को यूट्यूब पर इन चैनलों को खोलने पर यह संदेश दिखाई देता है: “यह कंटेंट इस देश में वर्तमान में उपलब्ध नहीं है, क्योंकि सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित आदेश के तहत इसे हटाया गया है। सरकारी हटाने के अनुरोधों के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया गूगल ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट देखें।”