उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस साल हुए महाकुंभ के सफल आयोजन के बाद अब नासिक में 2027 में सिंहस्थ कुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश की तर्ज पर जल्द ही कुंभ मेला प्राधिकरण कानून बनाया जाएगा। इससे कुंभ मेले से जुड़े कार्यों को कानूनी ढांचा प्राप्त होगा और भीड़ प्रबंधन को सुचारू रूप से किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगामी सिंहस्थ कुंभ मेला 2027 के मद्देनजर त्र्यंबकेश्वर इलाके विकास कामों की समीक्षा बैठक में कहा कि देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर के समग्र विकास के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे। सिंहस्थ कुंभ मेले के मद्देनजर त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र के धार्मिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास के लिए तैयार किए गए आराखड़े के पहले चरण के कार्यों को मंजूरी देकर शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। यह सभी कार्य उच्च गुणवत्ता और बेहतरीन मानकों के अनुसार होंगे। राज्य सरकार की ओर से इन विकास कार्यों के लिए आवश्यक निधी प्रदान की जाएगी।
फडणवीस ने कहा कि त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र की प्राकृतिक संरचना अत्यंत सुंदर है। इस क्षेत्र के विकास के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए विकास नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा। उच्चाधिकार समिति और मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति के माध्यम से इस आराखड़े को मंजूरी दी जाएगी। इसके तहत त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्य किए जाएंगे। सभी कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा ।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि कुंभ मेले के दौरान नासिक और त्र्यंबकेश्वर में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को अधिकतम उपयोग में लाया जाए और इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता दी जाए। स्थानीय नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। कचरा प्रबंधन और शौचालय व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर जल्द ही कुंभ मेला प्राधिकरण कानून बनाया जाएगा। इससे कुंभ मेले से जुड़े कार्यों को कानूनी ढांचा प्राप्त होगा और भीड़ प्रबंधन को सुचारू रूप से किया जा सकेगा। आयोजन के दौरान विभिन्न सुविधाओं के उत्तम प्रबंधन के लिए यह आवश्यक है। गोदावरी नदी के शुद्धिकरण के लिए मल-निस्सारण परियोजनाओं को शीघ्र प्रारंभ किया जाए और इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाए। साथ ही, दीर्घकालिक परियोजनाओं पर भी जल्द से जल्द कार्यवाही शुरू करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए।
श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर विकास के लिए 1100 करोड़ रुपये का है, जिसके अंतर्गत इस क्षेत्र के आध्यात्मिक और पर्यटन महत्व को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। फडणवीस ने कहा कि भारत की सभ्यता और संस्कृति हजारों वर्षों से चली आ रही है। प्रयागराज कुंभ मेले में जाति, धर्म, भेदभाव की सभी दीवारें मिट गईं, यही हमारी ताकत है। भारतीय मन की आस्था ही हमारी सभ्यता को जीवंत बनाए रखने का कारण है। युवा वर्ग को कुंभ मेले से जुड़ना चाहिए, क्योंकि इसमें पर्यटन और उद्यमिता की अपार संभावनाएं हैं। इस बार के कुंभ मेले में अध्यात्म और आधुनिक तकनीक का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। युवा शक्ति त्र्यंबकेश्वर और नासिक में विकास कार्यों और कुंभ मेले के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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