Ken-Betwa River Link Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो में एक समारोह में केन-बेतवा रिवर लिंक परियोजना का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने डॉ. भीम राव आंबेडकर को याद करते हुए कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा डॉ. आंबेडकर के योगदानों को छिपाने का काम किया। उन्होंने कहा, ‘देश में पानी से जुड़ी योजनाओं का श्रेय डॉ. आंबेडकर को जाता है लेकिन कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब को इसका श्रेय नहीं दिया। लोगों को इस बारे में कुछ पता भी नहीं चलने दिया गया।’
मोदी ने कहा, ‘पानी के लिए दूरदर्शी विचारों का श्रेय एक व्यक्ति को देने के नशे में सच्चे सेवक को भुला दिया गया। देश के आजाद होने के बाद देश के जल संसाधन, भारत में पानी के लिए बांधों, इन सबकी दूरदृष्टि का श्रेय किसी महापुरुष को जाता है तो वह महापुरुष हैं बाबा साहेब आंबेडकर। बड़ी नदी घाटी परियोजनाओं और केंद्रीय जल आयोग के पीछे भी डॉ. आंबेडकर के प्रयास हैं लेकिन कांग्रेस ने कभी इनका श्रेय बाबा साहेब को नहीं दिया। आज सात दशक बाद भी देश के अनेक राज्यों के बीच पानी को लेकर कुछ न कुछ विवाद है। पूरे देश में कांग्रेस का शासन था और ये विवाद आसानी से निपट सकते थे लेकिन कांग्रेस की नीयत खराब थी इसलिए उसने कभी ठोस प्रयास नहीं किए।’
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अधिकारियों के अनुसार करीब 44,600 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना से मध्य प्रदेश के 10 जिलों- छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, निवाड़ी, दतिया, शिवपुरी, सागर, विदिशा और रायसेन के करीब 8.11 लाख हेक्टेयर रकबे में सिंचाई सुविधा मिलेगी। इस योजना से मध्य प्रदेश के करीब 44 लाख और उत्तर प्रदेश के 21 लाख लोगों को पेयजल मिलना सुनिश्चित होगा। परियोजना से 103 मेगावॉट पनबिजली और 27 मेगावॉट सौर ऊर्जा का उत्पादन भी होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी पर एक स्मारक टिकट और सिक्का जारी किया। प्रधानमंत्री ने 518 मेगावॉट क्षमता वाली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना का लोकार्पण भी किया। यह दुनिया की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजनाओं में से एक है।