भारत में करोड़पति परिवारों की संख्या पिछले चार वर्षों के दौरान ही लगभग दोगुनी हो गई है। धनकुबेरों में इस तरह बड़ी उछाल देश में लग्जरी कार बाजार को गति देने में मदद करेगी। मर्सिडीज-बेंज हुरुन इंडिया वेल्थ रिपोर्ट और लग्जरी कंज्यूमर सर्वे 2025 के अनुसार, 8.71 लाख भारतीय परिवारों की कुल संपत्ति 8.5 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो 2021 के मुकाबले लगभग 90 प्रतिशत अधिक है। इस समय इतनी संपत्ति के मालिक परिवारों का आंकड़ा देश के कुल परिवारों में 0.31 प्रतिशत है, जबकि चार साल पहले यह 0.17 प्रतिशत था। खास बात यह है कि करोड़पति परिवारों की संख्या अगले एक दशक के भीतर ही दोबारा मौजूदा संख्या से दोगुनी होने का अनुमान है।
लोगों के पास अकूत संपत्ति आने का सीधा असर लग्जरी चीजों विशेष रूप से वाहन क्षेत्र पर देखने को मिलेगा। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने कहा कि उनका ब्रांड भारत में सामाजिक प्रतिष्ठा, वित्तीय समृद्धि और बेजोड़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहा कि करोड़पतियों की संख्या में बढ़ोतरी स्पष्ट रूप से आज की युवा पीढ़ी की बढ़ती आकांक्षाओं को दर्शाती है, जो लग्जरी कारों को शानदार जीवन शैली से जोड़कर देखते हैं।
मर्सिडीज-बेंज की बिक्री, अरबपतियों की वृद्धि, सेंसेक्स प्रदर्शन और जीडीपी वृद्धि को दर्शाने वाला मर्सिडीज-बेंज हुरुन इंडिया इंडेक्स हाल के वर्षों में लगभग 200 प्रतिशत बढ़ गया है। इससे धन सृजन और लग्जरी मांग के बीच मजबूत संबंध का पता चलता है।
रिपोर्ट के अनुसार 32 वर्ष की औसत आयु वाले 150 भारतीय करोड़पतियों के सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि लग्जरी कार की सवारी युवाओं की सबसे बड़ी महत्त्वाकांक्षा होती है। यही नहीं, लग्जरी कारों और घड़ियों के उपहार की लोकप्रियता भी बढ़ रही है।
आज का युवा डिजिटल जीवन शैली को महत्त्व दे रहा है। वैश्विक यात्रा और मनचाहे ब्रांड पर खुलकर खर्च करने में वह नहीं हिचकिचा रहा। रोलेक्स, तनिष्क, लुई विटन, ताज और एमिरेट्स उसके सबसे पसंदीदा ब्रांड हैं।
पड़ोसी देश चीन में लगभग 51 लाख करोड़पति परिवार हैं। अमेरिका में यह संख्या और भी ज्यादा है। हुरुन इंडिया के संस्थापक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद कहते हैं कि भारत के अपेक्षाकृत कम यानी 8.7 लाख करोड़पति परिवार सतत् विकास के परिचायक हैं। उन्होंने 2035 तक इस संख्या के 17 से 20 लाख तक पहुंचने का अनुमान जाहिर किया है। इससे वैश्विक लग्जरी ब्रांडों, विशेष रूप से वाहन निर्माताओं के लिए बड़े अवसर खुलेंगे।
जुनैद ने कहा, ‘भारत में आज लग्जरी सामान की चाहत पहले की अपेक्षा बहुत अधिक है। यह परिदृश्य आकांक्षा, नवाचार और नए भारत के आत्मविश्वास को दर्शाता है। जैसे-जैसे लोगों के पास अधिक पैसा आता है, प्रीमियम वस्तुओं की मांग बढ़ती जाती है।’
करोड़पतियों और आय करदाताओं की अधिक संख्या वाले महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में वाहन निर्माताओं को लग्जरी कार की बिक्री सबसे तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। विश्लेषकों का कहना है कि युवा आबादी, बढ़ती उद्यमिता और जोखिम लेने प्रवृत्ति के कारण भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते लग्जरी कार बाजारों में से एक बना हुआ है।