दुबई के जेबेल अली गांव में स्थित अन्नविलास शाकाहारी रेस्तरां पूरे पश्चिमी एशिया में स्वादिष्ट भारतीय व्यंजनों के लिए मशहूर है। हालांकि 5 दिसंबर को अचानक होटल के मैनेजर ने अपने ग्राहकों को बताया कि आज खाने के बिल नहीं निकल पा रहे हैं। इसका कारण भी गैरमामूली था। उन्होंने बताया कि मिगजॉम चक्रवात के कारण तमिलनाडु के चेन्नई में आई बाढ़ से इंटरनेट सर्वर ठप हो गया।
रेस्तरां की ओर से बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया गया कि समस्या मंगलवार की रात तक दुरुस्त कर ली गई। हालांकि, चेन्नई के भीषण तूफान का दुबई में दिख रहा प्रभाव इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि राज्य किस प्रकार डेटा सेंटर का हब बनता जा रहा है। चेन्नई में एनटीटी (कंट्रोल एस) और माइक्रोसॉफ्ट जैसी तमाम कंपनियों के विशाल डेटा सेंटर हैं।
चेन्नई में जापान की बड़ी कंपनी एनटीटी का न केवल डेटा सेंटर है बल्कि यहां इसने अपनी नई उपसागरीय केबल प्रणाली- एमआईएसटी (मिस्ट) भी स्थापित की है। केबल 8,100 किलोमीटर तक फैली है, जो मलेशिया, भारत, सिंगापुर और थाईलैंड तक जाएगी। इस संबंध में एनटीटी को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड के ईमेल के जवाब में सीटीआरएलएस कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि हमारी चेन्नई इकाई अभी चालू नहीं हुई है। लचीलेपन के उच्चतम मानकों को ध्यान में रखकर डिजाइन और स्थापित की गई यह इकाई एक बार संचालित होने पर मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों का भी सामना कर सकती है।
उन्होंने कहा कि रिमोट एक्सेस क्षमताएं डेटा सेंटर कर्मियों को संचालन की निगरानी और प्रबंधन करने के साथ-साथ दूरस्थ स्थानों से भी ऐसी जरूरी व्यवस्था करने में सक्षम बनाती हैं, जिससे डेटा और व्यावसायिक संचालन में व्यवधान न आए।
चक्रवात मिगजॉम से तमिलनाडु में भी ग्लोबल कैपब्लिटी सेंटर (जीसीसी) का संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। कई को अपनी कारोबारी निरंतरता योजना (बीसीपी) सक्रिय करना पड़ा। हर तरफ बाढ़ का पानी भरने से कई कंपनियों के कर्मियों के लिए यात्रा करना तो असंभव हो ही गया, बिजली आपूर्ति अनियमित होने के कारण वर्क फ्रॉम होम की रणनीति भी किसी काम की नहीं रही।
चेन्नई स्टैंडर्ड चार्टर्ड, पेपाल, एस्ट्राजेनेका, विश्व बैंक, फाइजर, कैटरपिल्लर और अन्य जीसीसी की कई वैश्विक फर्मों का केंद्र है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड ग्लोबल बिज़नेस सर्विस जिसकी चेन्नई में विशाल संचालन इकाई है, को अपनी बीसीपी को सक्रिय करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में है। इसलिए कर्मियों को यात्रा समेत किसी भी तरह का खतरा मोल लेने से बचने की सलाह दी गई। स्टैंडर्ड चार्टर्ड ग्लोबल बिज़नेस सर्विसेस प्रा.लि. के पास मजबूत कारोबारी निरंतरता योजना है, जो चेन्नई इकाई में सक्रिय कर दी गई।
अधिकारियों ने आगे बताया कि इस योजना के तहत महत्वपूर्ण सेवाओं को पूरे जीबीएस यूनिट से संचालित किया गया और जहां जरूरी हुआ, दूसरे केंद्रों से सीमा पार सहयोग संचालन उपाय किए गए। हम हालात पर लगातार निगाह बनाए हुए हैं और हर दिन बीसीपी की समीक्षा करेंगे।
टीवीएस कैपिटल फंड्स के अध्यक्ष गोपाल श्रीनिवासन ने एक्स पर लिखा कि हालिया बारिश के दौरान चेन्नई की खस्ताहाल व्यवस्था ने कारोबारी संचालन चुनौतियों को उजागार कर दिया है।
बिजली, इंटरनेट और सेल्युलर सेवाओं के अभाव में डब्ल्यूएफएच यानी वर्क फ्रॉम होम संभव नहीं था। एक प्रमुख जीसीसी और आईटीईएस केंद्र के तौर पर इसने आईटीईएस/आईटी जीसीसी के रूप में चेन्नई की व्यवहार्यता पर सवाल खड़े कर दिए।
जेएलएल की रिपोर्ट के अनुसार 2024 में डेटा केंद्रो में 277 मेगावॉट की सबसे अधिक क्षमता का विस्तार होने की उम्मीद है। इसका 77 प्रतिशत मुंबई और चेन्नई के हिस्से में आएगा। इस क्षेत्र में वर्ष 2026 तक 4.4 अरब डॉलर का पूंजीगत व्यय निवेश आने की संभावना है, जिसका 1.3 अरब डॉलर चेन्नई के हिस्से में आने की उम्मीद है।
इस समय शहर की क्षमता लगभग 87 मेगावॉट है, जिसमें नौ संपत्तियां और पांच केबल लैंडिंग शामिल हैं।
डेटा केंद्रों के लिए यह नौ केबल लैंडिंग और 392 मेगावॉट क्षमता वाले मुंबई के बाद सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। चक्रवात की चेतावनी जारी होने के बाद तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (टीएनएसडीएमए) ने चेन्नई, त्रिवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में स्थित निजी कंपनियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी। इसमें उन्हें अपने कर्मियों को घर से काम (डब्ल्यूएफएच) करने का निर्देश देने की सलाह दी गई थी।
बुधवार को मिगजॉम चक्रवात कमजोर पड़ गया और यह उत्तर की ओर बढ़ गया। अब उत्तर की ओर बढ़ते जाने के साथ इसके और कमजोर पड़ने की संभावना है। दूसरी ओर, तूफान और बाढ़ के कारण चेन्नई पोर्ट पर कंटेनर यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ।
हालांकि, जहां तक नुकसान की बात है तो वहां इसका अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। क्योंकि यहां बिजलीआपूर्ति करने वाला काल मंडपम सब स्टेशन ठप हो गया था और क्रेन कंटेनर नहीं ले जा पा रही हैं। पोर्ट पर अन्य कार्य सुचारु हैं। चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट के चेयरपर्सन सुनील पालीवाल ने कहा कि कंटेनर की आवाजाही बाधित होने से यह अस्थायी प्रभाव है। हालात जल्द संभल जाएंगे।
कंपनियां भी राहत कार्यों में अपना सहयोग दे रही हैं। ह्युंडै हुंदई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) ने बुधवार को तमिलनाडु में मिगजॉम प्रभावित लोगों की सहायता के लिए तीन करोड़ की राशि देने का ऐलान किया।
भोजन, पानी, आश्रय, चिकित्सा जैसी तमाम जरूरी चीजों की व्यवस्था करने के लिए कंपनी की टीमें राज्य सरकार की मशीनरी के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इसने रिलीफ टास्क फोर्स की स्थापना भी की है, जो जरूरतमंदों की सहायता के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रही है।
ह्युंडै मोटर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक ऊन सू किम ने कहा कि अपने ग्राहकों की सहायता के लिए हमने सड़क किनारे सहायता दल तैनात किया है।