Manipur Violence: मणिपुर में दो महीने से जारी तनाव के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह शुक्रवार (30 जून) के इस्तीफा देने की खबर सामने आ रही है। एन बीरेन सिंह मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से आज दोपहर 3 बजे मुलाकात भी कर सकते हैं।
इस्तीफे की खबरों के बाद सीएम सिंह के घर से लगभग 100 मीटर दूर नुपी लाल कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को सैकड़ों महिलाएं एकत्र हुईं और पूर्वोत्तर राज्य में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से इस्तीफा नहीं देने का आग्रह किया।
न्यूज एजेंसू पीटीआई के अनुसार, इंफाल में ऐसी अफवाहें जोरों पर हैं कि बीरेन सिंह मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं, खासकर गुरुवार को राज्य में फिर से हुई हिंसा के बाद, जिसमें तीन और लोगों की जान चली गई।
वहीं, विपक्षी दल मणिपुर में हिंसा पर काबू न पाने के लिए सीएम बीरेन सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, केंद्र सरकार ने इस दबाव के बावजूद एन बीरेन सिंह पर भरोसा बनाए रखा।
बता दें कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिनों के दौरे के लिए मणिपुर पहुंचे। राहुल गांधी ने शुक्रवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की। अपने दौरे के दौरान राहुल गांधी मणिपुर हिंसा में प्रभावित लोगों के लिए लगाए गए राहत शिविर में भी गए थे।
गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच मई में भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है।