फाइल फोटो: पीटीआई
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को कार्यवाही के दौरान वकील की ड्रेस में मौजूद एक व्यक्ति ने भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई की ओर कथित तौर पर जूता फेंकने की कोशिश की। Bar & Bench की रिपोर्ट के अनुसार, एक व्यक्ति वकील डेज़ के पास गया और जूता निकालकर न्यायाधीश की ओर फेंकने की कोशिश की। हालांकि, सुरक्षाकर्मी उसे कोर्टरूम से बाहर खींच कर ले गए।
जब उसे बाहर ले जाया जा रहा था, तो उसे चिल्लाते हुए सुना गया, ‘‘सनातन का अपमान नहीं सहेंगे’’। इस घटना के बावजूद, CJI गवई असहज नहीं हुए और कोर्ट में मौजूद वकीलों से अपने दलीलें जारी रखने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, “इन सब चीजों से विचलित मत होइए। हम विचलित नहीं हैं। इन बातों का मुझ पर कोई असर नहीं पड़ता।” शीर्ष अदालतकी सुरक्षा यूनिट ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अभी यह पता नहीं चला है कि वकील ने इस हरकत को क्यों अंजाम दिया।
पिछले महीने, CJI गवई एक विवाद में फंसे थे, जब उन्होंने खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊंची एक खंडित मूर्ति को पुनर्स्थापित करने के मामले में सुनवाई के दौरान टिप्पणी की थी। गवई ने याचिका को “पब्लिसिटी इंटरेस्ट लिटिगेशन” बताते हुए कहा कि याचिकाकर्ता “देवता से कुछ करने के लिए पूछें”।
उनकी इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया और गलतफहमी फैल गई, जिसके बाद CJI गवई ने कोर्ट में स्पष्ट किया कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और “सच्ची धर्मनिरपेक्षता” में भरोसा रखते हैं।