मुंबई का सबसे लोकप्रिय सार्वजनिक गणपति पंडाल लालबाग के राजा की भव्यता देखते ही बनती है। मन्नत के गणेश माने जाने वाले लालबाग के राजा के दरबार में गणपति की एक झलक पाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आम और खास सभी तरह के लोग बप्पा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने भी लालबागचा राजा दर्शन एवं पूजा-अर्चना की। गणेश दर्शन में भी राजनीति हावी हो गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के साथ लालबाग के राजा के दर्शन करने पहुंचे। इसके बाद शाह बांद्रा वेस्ट गणेश पंडाल भी गए, जो भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार से संबद्ध है।
इससे पहले सुबह, शाह यहां मुख्यमंत्री शिंदे और फड़णवीस के आधिकारिक आवास पर गए और उनके घरों पर स्थापित गणेश प्रतिमाओं के दर्शन किए। यह मुंबई में शाह के दौरे का दूसरा दिन है। रविवार रात को उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे के साथ ही उपमुख्यमंत्री फड़णवीस और अजित पवार से मुलाकात की थी।
शरद पवार अपने दामाद सदानंद सुले और नातिन रेवती के साथ लालबागचा राजा के पंडाल में गए। पवार ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करके कहा कि मुंबई के गणेश उत्सव की धूम गिरगांव में देखी जा सकती है। अपने परिवार के सदस्यों के साथ पूरे दिल से लालबागचा राजा पंडाल के दर्शन किए। मैंने किसानों तथा आम लोगों के हितों के लिए लड़ने की शक्ति पाने की प्रार्थना की।
महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसकी झलक गणेश दर्शन में भी देखने को मिली। भाजपा के विधान परिषद सदस्य प्रवीण दरेकर ने पवार के लालबागचा राजा पंडाल में जाने को दिखावा बताया। दरेकर ने दावा किया कि पवार कई वर्षों बाद मंदिर गए हैं और वह भी राजनीतिक कारणों से। उनका पंडाल में जाना बड़ा दिखावा है। पवार ऐसे कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं जहां वक्ताओं ने हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है लेकिन उन्होंने कभी उनका विरोध नहीं किया।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह से बीजेपी मुंबई की विरासतों को गुजरात एक्सपोर्ट कर रही है, कहीं वह लालबाग के राजा को भी लेकर वहां न चली जाए। इस बार आए हैं तो लोगों को डर लगने लगा है कि कहीं वह लाल बाग के राजा को गुजरात लेकर तो नहीं जाएंगे। क्योंकि वह कुछ भी कर सकते हैं।
पूरे महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम है । लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। पहले ही दिन यानी गणेश चतुर्थी पर लाखों भक्तों ने गणपति के दर्शन किए।
लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव समिति के कोषाध्यक्ष मंगेश दलवी ने बताया कि लालबाग के राजा के दरबार में दान पेटियों में एकत्रित धन की गिनती रविवार से शुरू हो गई है और पहले दिन गणपति के भक्तों ने 48 लाख 30 हजार रुपये चढ़ाए, इसके साथ ही 255.8 ग्राम सोना और 5024 ग्राम चांदी का चढ़ावा आया।
लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव समिति की ओर से जगह-जगह दान पेटियां रखी गई हैं। इन दान पेटियों में भक्त स्वेच्छा से दान देते हैं। कोई सोने-चांदी की वस्तुएं चढ़ाता है तो कोई पैसों के रूप में दान पेटी में दान देता है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारी और लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के पदाधिकारियों ने दान की गिनती करते हैं।
इस साल लालबाग के राजा मयूरासन पर विराजित हैं। उनके मस्तक की शोभा बढ़ा रहा सोने का मुकुट आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 14 फीट की की गणपति की मूर्ति का भव्य रूप देखकर भक्त हर्ष और उल्लास से फूले नहीं समा रहे हैं। लालबाग के राजा के लिए 20 किलो के सोने का मुकुट मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने मंडल को सौंपा है।
गौरतलब है कि सात सितंबर से शुरु होकर 17 सितंबर तक गणेशोत्सव की धूम रहने वाली है। यहां देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं। मुंबई में बड़े-बड़े नेता और फिल्मी सितारे इस गणेश मंडल में हर साल दर्शन के लिए आते हैं।
गणेश मंडल की तरफ से हर साल आम लोगों के दर्शन के लिए पूरी व्यवस्था की जाती है। बड़ी संख्या में लोग यहां अपनी मनोकामना लिए आते हैं। भक्तों के जयकारे के उद्घोष से पूरा माहौल भक्ति के सैलाब में डूब जाता है।