महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पांचवे चरण में हुई धीमी और कम वोटिंग को लेकर सियासत गरमा गई है। शिवसेना (UTB) इसे बड़ी साजिश करार दे रही है।
मतदान की धीमी गति के लिए राजनीति दल चुनाव आयोग पर भी निशाना साध रहे हैं। दूसरी तरफ भाजपा (BJP) पलटवार करते हुए कह रही है कि हार के डर से विपक्ष ने अभी से रोना शुरू कर दिया है।
शिवसेना-यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा ने कहा कि 20 मई को बड़ी संख्या में मतदाता मतदान के लिए आये थे, लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग के साथ मिलकर उन सीटों पर वोटिंग धीमी करा दी, जहां पर हमारे उम्मीदवारों के जीतने की उम्मीदें सबसे ज्यादा थी।
भाजपा और चुनाव आयोग की इसी साजिश के चलते मुम्बई में वोटिंग बहुत कम हुई। उद्धव के बाद संजय राउत ने हमला बोलते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग पर भारतीय जनता पार्टी की विस्तारित शाखा है।
उन्होने दावा किया कि महाराष्ट्र की उन लोकसभा सीट पर मतदान प्रक्रिया धीमी थी, जहां महा विकास आघाडी के उम्मीदवार अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे। जिस क्षेत्रों में सत्तारूढ़ भाजपा या उसके सहयोगी दलों को अधिक वोट मिलने की संभावना थी, वहां चुनाव निर्बाध हुआ।
राउत ने आरोप लगाया कि ठाणे और कल्याण में मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई जहां शिवसेना (यूबीटी) को अधिक वोट मिलने की उम्मीद थी। मुंब्रा के कुछ बूथ पर एक घंटे में केवल 11 वोट डाले जा सके और ऐसा सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा के हारने के डर के कारण हुआ।
मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी मतदाताओं को मतदान करने से रोकने के लिए की गई क्योंकि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सका था और पैसा वितरित नहीं किया जा सका था। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया को धीमा करने के ऐसे प्रयास आखिरी मिनट तक किए गए, लेकिन मतदाताओं पर इनका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। यह खुद को बचाने का भाजपा का आखिरी प्रयास था।
शिवसेना-यूबीटी और उसके सहयोगी दल कांग्रेस-एनसीपी (शरद पवार) दलों के आरोपों पर भाजपा ने जोरदार पलटवार किया। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, कि धीमी वोटिंग की शिकायत पर बीजेपी ने सबसे पहले चुनाव आयोग से की थी। 4 जून से पहले ही उद्धव ठाकरे को हार का पता चल गया है, इसलिए उन्होंने अभी से रोना शुरू कर दिया है।
भाजपा के राम कदम ने कहा कि 4 जून को हार के बाद विपक्ष ईवीएम (EVM) पर उसका ठीकरा फोड़ेगा और उसके लिए रोने की भूमिका अभी से तैयार की जा रही है ।
निर्वाचन प्राधिकारियों के अनुसार, राज्य में आम चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण के दौरान मुंबई के छह क्षेत्र सहित 13 लोकसभा क्षेत्रों में सोमवार को औसत 54.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अंतिम आंकड़े बाद में घोषित किए जाएंगे। सोमवार को 13 सीट पर हुए मतदान के दौरान मुंबई की छह लोकसभा सीट पर औसतन 52.27 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2019 के आम चुनावों में मुंबई में 55.38 फीसदी मतदान हुआ था।