संसद पर आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूदने और केन के जरिये धुआं फैलाने व नारेबाजी की घटना के बाद महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए दर्शक दीर्घा के पास जारी करने पर रोक लगा दी गई । नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन की सुरक्षा सख्त करने के निर्देश दिये गए हैं।
महाराष्ट्र विधान परिषद की उप सभापति नीलम गोरहे ने दो लोगों के लोकसभा की दर्शक दीर्घा में कूदकर धुआं फैलाने की घटना के मद्देनजर अधिकारियों को बुधवार को निर्देश दिया कि वे आगंतुकों को परिषद की दर्शक दीर्घा के लिए पास जारी न करें। नागपुर में राज्य विधान मंडल का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।
घटना के बाद गोरहे ने संबंधित अधिकारियों को परिषद की दर्शक दीर्घा के लिए पास जारी नहीं करने के निर्देश दिए। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने लोकसभा में हुई इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि वहां क्या हुआ। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि राज्य सरकार इस पृष्ठभूमि में क्या सावधानियां बरत रही है।
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने सरकार की ओर से जवाब देते हुए कहा कि यह लोकसभा बताएगी कि वास्तव में वहां क्या हुआ था। सामंत ने कहा कि राज्य सरकार सभी आवश्यक सावधानियां बरतेगी और वह विधानमंडल में विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम है।
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने विधानमंडल परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए लोकसभा की घटना को डरावनी बताया और मांग की कि सरकार यहां विधान भवन में उचित सुरक्षा सुनिश्चित करे।
विपक्षी दलों की तरफ से मराठा आरक्षण, बेमौसम बारिश, राज्य में निवेश और अन्य मुद्दों पर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को घेरने की जानकारी होने के कारण विधानमंडल की सुरक्षा में नागपुर पुलिस पूरी तरह से सतर्क हो गई है। शहर में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम पहले से ही किये गए हैं।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि 11,000 पुलिसकर्मी, राज्य रिजर्व पुलिस बल की कंपनियां, 1,000 होम गार्ड, आतंकवाद विरोधी इकाई फोर्स वन और 40 बम निरोधक दस्ते और बीडीडीएस तैनात किये गए हैं। राज्य विधानसभा को सुरक्षित करने के लिए 11,000 पुलिस कर्मियों में से 6,000 को राज्य में अलग-अलग हिस्सों से बुलाया गया है।
शहर में डीसीपी रैंक के नौ अधिकारियों और अन्य जिलों से 10 अधिकारियों को तैनात किया गया है। जबकि 50 सहायक पुलिस आयुक्त, 75 निरीक्षक और 20 महिला निरीक्षकों को नागपुर में मौजूद है । पुलिस जिले के बाहर से 30 बम निरोधक दस्ते को वीआईपी लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए लगाया गया है।
संसद पर आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और उन्होंने केन के जरिये धुआं फैलाया तथा नारेबाजी की। घटना के तत्काल बाद दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि सदन में कूदने वाले दोनों लोगों को पकड़ कर उनके पास से सारी सामग्री जब्त कर ली गई है तथा संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे दो लोगों को भी पकड़ा गया है।