रबी सीजन की शुरुआत होने वाली है। मॉनसून की बेहतर चाल को देखते हुए इस साल रबी सीजन में फसलों का रकबा बढ़ने का अनुमान है। फसलों की बुआई शुरू होते ही यूरिया की मांग बढ़ेगी। रबी सीजन में यूरिया की कमी से बचने और किसानों को निर्धारित समय सीमा के भीतर फसल उत्पादन के लिए यूरिया उपलब्ध कराने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर तत्काल यूरिया की सप्लाई करने की मांग की है। राज्य में यूरिया का वर्तमान स्टॉक केवल 2.36 लाख मीट्रिक टन है।
महाराष्ट्र कृषि मंत्री दत्तात्रेय भारणे ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जे. पी. नड्डा को पत्र लिखकर राज्य को तत्काल यूरिया की सप्लाई की मांग की है। उन्होंने इस पत्र में यूरिया की तत्काल सप्लाई की आवश्यकता जताई है क्योंकि राज्य में यूरिया का वर्तमान स्टॉक केवल 2.36 लाख मीट्रिक टन है।
राज्य को अप्रैल से जुलाई के बीच केंद्र से 10.67 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिलने की उम्मीद थी, लेकिन कुल यूरिया उर्वरक का केवल 79 प्रतिशत यानी 8.41 लाख मीट्रिक टन ही आपूर्ति हो पाई। अगस्त में आवंटित 2.79 लाख मीट्रिक टन में से केवल 0.96 लाख मीट्रिक टन की ही आपूर्ति हो पाई।
महाराष्ट्र कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में खरीफ सीजन की बुआई 98 प्रतिशत पूरी हो चुकी है और कुल बुआई क्षेत्र 144 लाख हेक्टेयर है। गौरतलब है कि इस साल मक्का की बुआई 14.30 लाख हेक्टेयर में हुई है और मक्का की बुआई में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके चलते कपास, मक्का और अन्य फसलों के लिए टॉप ड्रेसिंग खुराक की मांग बढ़ गई है।
कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि अगस्त का आवंटन तुरंत पूरा किया जाए और लंबित आयात आपूर्ति उपलब्ध कराई जाए । अगस्त-सितंबर में बारिश होने से रबी सीजन का रकबा बढ़ेगा और आगामी रबी सीजन के लिए 12 लाख मीट्रिक टन यूरिया के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाए।