मुंबई और आसपास के इलाकों में बारिश की फुहारों के साथ सुबह से दही हांडी की धूम रही। आवासीय सोसायटियों, सड़कों, चौराहों और सार्वजनिक मैदानों पर कई फूट ऊंचाई पर फूलों से सजी लटकती दही हांडी (मटकी) को गोविंदा पथक घूमकर उत्साह के साथ फोड़ा । लाखों रुपये के ईनामी मटकी गोविंदाओं को अपनी ओर आकर्षित की वहीं जन्माष्टमी और दही हांडी पर व्यापारियों ने भी करोड़ों रुपये का कारोबार किया।
मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र दही-हांडी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। दही-हांडी का त्योहार भाद्रपद में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन यानी कि नवमी को मनाया जाता है। मुंबई, ठाणे, मीरा रोड़, भायंदर, कल्याण, नवी मुंबई और पनवेल में राजनेताओं द्वारा आयोजित दही हांडी कार्यक्रम में पुरस्कार की भारी राशि, मशहूर हस्तियों की मौजूदगी और मनोरंजन कार्यक्रमों के बीच बारिश की फुहारों ने दही हांडी उत्सव को और मजेदार कर दिया । शहर के हर नुक्कड़ और कोने में पारंपरिक ढोल की थाप तथा लोकप्रिय फिल्मी गीतों की धुनें उत्सव के उत्साह में उमंग भर दी।
मुंबई में दही हांडी के मौके पर अलग-अलग जगहों पर बड़े इनाम का ऐलान किया गया है। भाजपा जुड़े स्वामी प्रतिष्ठान के शिवाजी पाटिल ने दही हांडी कार्यक्रम के लिए कुल 50 लाख रुपए के इनाम रखा । ठाणे में कल्चर यूथ फाउंडेशन ने विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले गोविंदा समूह को 25 लाख रुपये का रखा। 9 मानव पिरामिड बनाने वाले समूह को 11 लाख रुपये मिलेंगे ।
ठाणे में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक समर्थक संस्कृति प्रतिष्ठान दही हांडी में पहले 9 मानव पिरामिड बनाने वाली गोविंदा की टोली को 11 लाख रुपए का इनाम रखा । पूर्व शिवसेना विधायक रविंद्र पाठक ठाणे और मुंबई में दही हांडी कार्यक्रम के जीतने वाली टीम के लिए दौरान 11 और 21 लाख रुपए की इनामी राशि रखी थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा ठाणे के टेम्बी नाका पर आयोजित दही हांडी कार्यक्रम में हर गोविंदा समूहों को 100,000 रुपये का इनाम दिया ।
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया आज देश भर में जन्माष्टमी का त्यौहार बेहद धूमधाम से मनाया गया और देश भर के मंदिरों में कहाँ सजावट हुई तो वहीं दूसरी ओर लोगों ने भी अपने घरों के मंदिरों एवं पूजा स्थलों को सुंदर तरीके से सजाया । कैट के मुताबिक देश भर में जन्माष्टमी के मौके पर लगभग 25 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हुआ । खास तौर पर फूल, फल, मिठाई, भगवान की पोशाक, श्रृंगार का सामान, व्रत की मिठाइयां, दूध दही, माखन तथा ड्राई फ्रूट की बड़े पैमाने पर बिक्री हुई। जन्माष्टमी जैसे त्यौहार देश में सनातन अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है ।
शंकर ठक्कर ने बताया महाराष्ट्र में दही हांडी यानी की गोविंदा का विशेष महत्व है हर नुक्कड़ गली में मटकी बांधी जाती है और उसे पर लाखों से लेकर करोड़ों रुपए तक के इनाम दिए जाते हैं। इन गोविंद टोलियों को हर साल अगले साल के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है यह भी एक बहुत बड़ा व्यापार का जरिया बनता है इन गोविंद पथको को टी-श र्ट, टोपिया, उनके आने-जाने के लिए ट्रक, टेंपो, मोटरसाइकिल जैसे वाहन भी उपलब्ध कराने होते हैं। और अन्य कई प्रकार की वस्तुएं की आवश्यकता होती है। कुल मिलाकर महाराष्ट्र में गोविंदा की बहुत ही धूम मचती है और करीब 3500 करोड़ का व्यापार होने की संभावना है।
दही हांडी उत्सव के तहत मानव पिरामिड बनाने में शामिल सैकड़ों गोविंदा घायल हुए । बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि इन घायल गोविंदाओं को बीएमसी संचालित और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मानव पिरामिड बनाने के प्रयास के दौरान पांच बजे तक कम से कम 41 गोविंदा घायल हो गए। इन घायल गोविंदाओं में से आठ को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और 26 का बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में उपचार किया जा रहा है, जबकि सात अन्य को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। अधिकारियों के मुताबिक मटकी फोड़ने की प्रतियोगिता रात के 10 बजे तक चलने वाली है। बारिश के कारण ज्यादा गोविंदाओं के घायल हो रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक 100 से ज्यादा गोविंदा घायल हो चुके हैं हालांकि अधिकारिक जानकारी कल प्राप्त होगी कि कुल कितने गोविंदा घायल हुए।
दही हांडी उत्सव के लिए मुंबई में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 11 हजार से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है। सभी जोन के पुलिस उपायुक्त और क्षेत्रों के अतिरिक्त पुलिस आयुक्तों के अलावा पुलिस थानों से कांस्टेबल और निरीक्षक स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी और उसे लागू करने के लिए मौके पर मौजूद रहे।