दुनिया के कुछ हिस्सों में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में अचानक आई तेजी ने भारत में भी हलचल बढ़ा दी है। केंद्र सरकार की सलाह पर राज्य सरकारों ने भी तैयारी शुरु कर दी है। महाराष्ट्र सरकार ने बदली स्थिति का आकलन करने के लिए एक समिति (टास्क फोर्स) बनाने का ऐलान किया है। हालांकि कोविड मामलों के जानकारों का मानना हैं कि भारत को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।
नागपुर में चल रहे विधानसभा सत्र में भी कोविड की हलचल सुनाई दी। विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि चाहे चीन हो या जापान, कोरिया या ब्राजील सभी जगह से कोविड-19 के नए स्वरूप के सामने आने की खबरें आ रही हैं। चीन में स्थिति गंभीर है और अस्पताल में भर्ती होने के लिए बिस्तर भी उपलब्ध नहीं हैं। क्या कोई उच्चाधिकार प्राप्त समिति या कार्यबल गठित होगा, जो बदलती स्थिति और दुनिया के अन्य हिस्सों में संबंधित घटना का अध्ययन कर सके। पवार ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए राज्य को पार्टी के दायरे से ऊपर उठना चाहिए।
विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार स्थिति का अध्ययन करने के लिए एक कार्यबल या एक समिति का गठन करेंगी। हम इस पर केंद्र के साथ समन्वय करेंगे, जैसा कि विपक्ष के नेता ने सुझाव दिया है। हम बदलती स्थिति पर नजर रखने और सुझाव देने के लिए एक टास्क फोर्स या एक समिति का गठन करेंगे। हम निश्चित रूप से इन सुझावों पर अमल करेंगे।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट करके कहा कि चीन से आ रही संक्रमण के मामले बढ़ने की खबर चिंता का विषय है, लेकिन हमारे वृहद टीकाकरण और बेहतर रिकॉर्ड के मद्देनजर घबराने की जरूरत नहीं है। हमें भरोसा रखना चाहिए और भारत सरकार तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
कोविड-19 महामारी के दौरान पुणे में स्थित एसआईआई ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका की साझेदारी में कोविशील्ड टीका विकसित कर उसका उत्पादन किया था। गौरतलब है कि अक्टूबर में पूनावाला ने कहा था कि एसआईआई ने दिसंबर 2021 में टीके का उत्पादन बंद कर दिया था। उस वक्त उपलब्ध टीके में से करीब 10 करोड़ खुराकों की मियाद खत्म हो गई थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में वृद्धि के मद्देनजर मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 के नए स्वरूप पर नजर बनाए रखने के लिए पॉजिटिव नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को सुरक्षित रखने का आग्रह किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा था कि इस तरह की कवायद कोविड के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की सुविधा प्रदान करेंगी।