फ्रांस और मध्य प्रदेश सरकार के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन संबंधी सहयोग को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
फ्रांस और मध्य प्रदेश सरकार के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन संबंधी सहयोग को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौते पर भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ, मप्र सरकार के पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला और अलायंस फ्रांसेज डी भोपाल के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा ने हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘भारत और फ्रांस के रिश्ते हमेशा से अच्छे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस दौरे के बाद यह और प्रगाढ़ हुए हैं। मध्य प्रदेश फ्रांस के साथ सांस्कृतिक संबंधों के साथ व्यापारिक संबंधों के लिए भी तत्पर है।’ यादव ने उम्मीद जताई कि यह समझौता ज्ञापन मध्यप्रदेश को न केवल देश की सांस्कृतिक राजधानी बल्कि एक प्रगतिशील, वैश्विक पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दूरदृष्टि को साकार करता है। उन्होंने कहा कि इससे देश के कलाकारों को वैश्विक मंच मिलेगा और फ्रांस तथा यूरोप से आने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने इस साझेदारी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘हमें मध्य प्रदेश सरकार के साथ इस अहम सहयोग को लेकर बहुत अधिक प्रसन्नता है। फ्रांस मुख्य रूप से पर्यटन, सुरक्षा, पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है। यह समझौता दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाएगा। इससे कला, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसर तैयार होंगे।
इस समझौते के अंतर्गत प्रमुख रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संयुक्त आयोजन किया जाएगा। इसमें कला उत्सव, संगीत, नृत्य, प्रदर्शनियां, फिल्म स्क्रीनिंग, खानपान और संस्कृति से जुड़े अन्य कार्यक्रम आदि शामिल होंगे। इसके अलावा हर वर्ष एक इंडो-फ्रेंच सांस्कृतिक कैलेंडर भी तैयार किया जाएगा।