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मध्य प्रदेश का 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य

उज्जैन निवेशक सम्मेलन में अकेले अदाणी समूह ने किया राज्य में विभिन्न परियोजनाओं पर 75,000 करोड़ रुपये निवेश का वादा

Last Updated- March 02, 2024 | 11:14 AM IST
मध्य प्रदेश का 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य, Madhya Pradesh eyes over Rs 1 trillion investments via investor summit

मध्य प्रदेश को क्षेत्रीय निवेशक सम्मेलन के दौरान 100,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीद है। उज्जैन में चल रहे इस सम्मेलन में उद्योगपतियों के समूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि अकेले अदाणी समूह ने ही यहां 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने का वादा किया है।

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में चहुं ओर विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले इस तरह के प्रतिष्ठित निवेश सम्मेलन राज्य की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर में आयोजित हुआ करते थे, लेकिन इस बार इसे उज्जैन में आयोजित किया जा रहा है। आने वाले समय में ऐसे ही सम्मेलन जबलपुर, ग्वालियर और रीवा जिलों में भी आयोजित किए जाएंगे। हाल ही हुए विधान सभा चुनाव में राज्य में भाजपा की सत्ता में जोरदार वापसी के बाद शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है।

इस बीच अदाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अदाणी ने कहा कि उनकी कंपनी राज्य में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी, जिससे यहां प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 15000 नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।

अदाणी ने कहा, ‘कंपनी इंदौर होते हुए उज्जैन से भोपाल को जोड़ने वाले महाकाल एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 5000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा चोरगढ़ी में प्रति वर्ष 40 लाख टन क्षमता की खंगर यूनिट और देवास और भोपाल में सीमेंट यूनिट स्थापित करने पर भी 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन दोनों सीमेंट यूनिट की क्षमता 80 लाख टन प्रति वर्ष होगी।’

उन्होंने कहा कि कंपनी प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में 4000 करोड़ और खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, एग्री-लॉजिस्टिक और रक्षा विनिर्माण क्षेत्र के विस्तार पर 600 करोड़ रुपये निवेश करेगी। प्रणव अदाणी ने यह भी कहा कि उनका समूह राज्य में पर्याप्त, भरोसेमंद ओर किफायती ऊर्जा उपलब्ध कराने पर सबसे ज्यादा निवेश करेगा।

उन्होंने कहा, ‘सिंगरौली में महान एनर्जी प्लांट की ऊर्जा क्षमता बढ़ाने पर भी लगभग 30,000 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। अभी इस संयंत्र की क्षमता 1,200 मेगावाट है जिसे बढ़ाकर 4,400 मेगावाट करने की योजना है। समूह 3410 मेगावाट क्षमता की पंप स्टोरेज परियोजना स्थापित करने पर लगभग 28,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी।’

इनके अलावा बड़े निवेशकों में जेके सीमेंट ने अपने सीमेंट संयंत्र के विस्तार पर 2500 करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया है। एशियन पेंट्स ने 2,000 और पंचम इंफिनिटी ने 250 करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य रखा है।

इस बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन कांक्लेव में लगभग 250 औद्योगिक घरानों को 508 हेक्टेयर भूमि आवंटन के पत्र भी जारी किए। इससे राज्य में लगभग 20,000 नई नौकरियां पैदा होंगी। यहां लगने वाली यूनिटों में लगभग 12,170 करोड़ रुपये का निवेश आने का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने राज्यभर में फैली 61 औद्योगिक यूनिटों के लिए एक साथ शुरुआत की जिनसे सामूहिक रूप से 10,064 करोड़ रुपये का निवेश आया। इसी प्रकार का समारोह उन्होंने उज्जैन के विक्रम इंडस्ट्रीयल पार्क में स्थित यूनिटों के लिए भी आयोजित किया।

समारोह में स्थानीय विधायकों के साथ-साथ कंपनियों के राज्य प्रमुख भी मौजूद थे, जिन्हें कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भूमि आवंटित की गई। यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जीडीपी विश्व को चौंका रही है और पूरी दुनिया भारत को अब उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आज ऐसे उद्योगपतियों की तरफ देख रहा है, जिनके पास भविष्य को लेकर विजन है।

इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के एमएसएमई मंत्री चैतन्य कश्यप ने कहा कि राज्य में लगभग 35 औद्योगिक कलस्टर हैं और एमएसएमई के लिए 40 प्रतिशत पूंजी सब्सिडी योजना खूब लोकप्रिय हो रही है। आज राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में हर क्षेत्र में विकास कर रहा है।

First Published - March 1, 2024 | 10:53 PM IST

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