Loksabha Election 2024: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच बुधवार को कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे।
राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से एक बार फिर लोक सभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस ने फिलहाल अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।
गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जब राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी में सीईसी की बैठक में ये फैसले होते हैं। मुझे जो भी आदेश मिलेगा, मैं वह करूंगा।’ राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से लोक सभा सदस्य थे। वर्ष 2019 के लोक सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
राहुल गांधी ने लोक सभा चुनाव को दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई करार दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ ‘इंडिया’ समूह संविधान के लिए लड़ रहा है वहीं दूसरी ओर भाजपा संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है। कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने चुनाव के लिए अपनी पार्टी के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए कहा कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है, तो यह आम नागरिकों, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों की सरकार होगी।
राहुल गांधी ने अब खत्म हो चुकी चुनावी बॉन्ड योजना को दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा जबरन वसूली घोटाला करार दिया और आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ‘हफ्ता बाजी’ चलाती है। राहुल गांधी ने लोगों से कहा कि वे चुनावी बॉन्ड पर प्रधानमंत्री मोदी का साक्षात्कार गूगल पर देखें कि उनके हाथ कैसे कांप रहे थे।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर छोटे-मोटे गुंडे हफ्ता वसूली का काम करते हैं। वे धमकाते हैं और पैसे वसूलते हैं। चुनावी बॉन्ड दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा जबरन वसूली घोटाला है।