नोएडा में बन रहे देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली तक का सफर और आसान होने वाला है। जल्द ही जेवर एयरपोर्ट से लेकर दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट तक के लिए मेट्रो सुविधा शुरू होने वाली है। 14 जून को होने वाली हाई लेवल मीटिंग में जेवर एयरपोर्ट मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
क्या है योजना?
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार चाहती है कि इस परियोजना पर केवल छह मेट्रो स्टेशन हों, ताकि जेवर से नई दिल्ली स्टेशन तक पहुंचने में केवल आधा घंटा लगे।’
रिपोर्ट में बताया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस मिश्रा 14 जून, 2023 को DPR को अंतिम रूप देने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे और बैठक में DMRC, Yeida, NIAL और यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य हिस्सा लेंगे। NIAL के अधिकारियों ने कहा कि इस मेगा मेट्रो कॉरिडोर परियोजना में स्टेशनों को अंतिम रूप देने पर चर्चा करने के लिए बैठक में फंडिंग पैटर्न पर भी चर्चा की जाएगी।
नोएडा के जेवर एयरपोर्ट से IGI Airport तक का सफर आसान करने के लिए दिल्ली मेट्रो (DMRC) और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yeida) ने 13 दिसंबर, 2022 को इसके लिए एक समझौता भी किया था। इस समझौते के तहत यह निर्णय लिया गया कि DMRC इस प्रोजेक्ट के लिए डिटेल तैयार करेगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत नई दिल्ली से नोएडा इटरनैशनल एयरपोर्ट तक मेट्रो चलाई जाने की तैयारी है। दोनों स्टेशनों को कनेक्ट करने के लिए एक कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। यह 72 किलोमीटर का कॉरिडोर होगाा।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार जेवर इंटरमैशनल एयरपोर्ट और इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट के बीच हाई स्पीड मेट्रो शुरू करने की पूरी कोशिश में है। ऐसी उम्मीद है कि यह मेट्रो सेवा अगले साल तक शुरू भी हो जाएगी।
क्या होगा रूट ?
72 किमी के इस ट्रैक पर 10 स्टेशन होंगे। YEIDA के स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर और जेवर एयरपोर्ट के लिए नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया था कि इस रूट के लिए दो मेट्रो रेल स्ट्रेच होंगे। एक, नोएडा एयरपोर्ट और ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क के बीच और दूसरा नॉलेज पार्क से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक होगा। और इसे विकसित करने की तैयारी चल रही है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दिल्ली एयरपोर्ट तक एयरपोर्ट एक्सप्रेस के लिए पहले से ही एक कनेक्टिंग लिंक है।
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13,000 करोड़ रुपये का आएगा खर्च ?
72 किमी के इस प्रोजेक्ट के लिए 13,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है। यह खर्च केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, Yeida, नोएडा अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की तरफ से खर्च किया जाएगा।