साल 2022-23 में हर चार में से एक विज्ञापन (Ads) में इंफ्लुएंसरों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया। यह जानकारी बुधवार को भारतीय विज्ञापन मानक परिषद् (Advertising Standards Council of India- Asci) की तरफ से जारी रिपोर्ट में दी गई। साल भर के दौरान स्वनियामक निकाय Asci ने कुल 2,039 शिकायतों पर कार्रवाई की, जो कि कुल की गई शिकायतों का 26 फीसदी है। विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करने वालों में ‘पर्सनल केयर के ऐड’ लिस्ट में टॉप पर हैं, जिसमें सबसे ज्यादा उल्लंघन इन्फ्लुएंसरों द्वारा किया गया। इसके बाद खाद्य और पेय पदार्थ (food & beverage ) और फैशन ऐंड स्टाइल के ऐड का नंबर आता है।
इसके अलावा, 2021-22 के दौरान रियल मनी गेमिंग इंडस्ट्री सबसे ज्यादा विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करने वाला सेक्टर था। रिपोर्ट में बताया गया कि 92 फीसदी रियल मनी गेमिंग से जुड़े विज्ञापनों में नियमों का पालन नहीं किया गया। दिलचस्प बात यह है कि इस सेक्टर के खिलाफ सबसे कम शिकायतें दर्ज कराई गईं। केवल 50 फीसदी ही ऐड ऐसे थे, जिनमें संज्ञान लेने के बाद बदलाव किया गया।
सालाना शिकायत रिपोर्ट 2022-23 (Annual Complaints Report 2022-23) के मुताबिक, 92 फीसदी ऐड ऐसे हैं, जिनमें जरूरी डिस्क्लेमर नहीं शो किया गया। जबकि, नियम ऐसा है कि इन ऐड्स में कन्ज्यूमर को पहले ही डिस्क्लेमर के माध्यम से इस बात की जानकारी दे दी जाए कि इस तरह के प्रोडक्ट के यूज करने से फाइनैंशियल रिस्क और एडिक्शन यानी लत लगने की समस्या आ सकती है। विज्ञापन उल्लंघन के मामले में गेमिंग सेक्टर के बाद एजूकेशन और हेल्थकेयर का नंबर आता है।
विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करने वाले कुछ गेम्स में MPL, WinZo, My11Circle और PokerBaazi का नाम आता है।
Asci ने दिसम्बर 2020 में रियल मनी गेमिंग सेक्टर के लिए गाइडलाइन जारी किया था, और इसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर इन सेक्टर से गाइडलाइन के मुताबिक ही विज्ञापन जारी करने का निर्देश दिया था।
Asci ने अलग-अलग सेक्टर्स और मीडिया के कुल 7,928 ऐड्स का रिव्यू किया, जिसमें यह पाया गया कि विज्ञापन नियमों का सबसे कम उल्लंघन डिजिटल मीडिया ने किया है।
मीडिया विज्ञापन के उल्लंघन की बात की जाए तो TV और प्रिंट मीडिया पर ऐड देने वालों के खिलाफ सबसे ज्यादा (94 फीसदी) शिकायतें दर्ज की गईं, वहीं डिजिटल मीडिया में सबसे कम उल्लंघन होने के कारण कुल मीडिया विज्ञापन उल्लंघन की संख्या घटकर 81 फीसदी हो गई।
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Asci की सेक्रेटरी जनरल और CEO मनीषा कपूर ने कहा, ‘2022-23 के लिए शिकायतों का विश्लेषण स्पष्ट रूप से दिखाता है कि डिजिटल माध्यम उल्लंघनकारी विज्ञापनों के मामले में सबसे आगे हैं। यह ऑनलाइन उपभोक्ता सुरक्षा और विश्वास के बारे में महत्वपूर्ण चिंताएं पैदा करता है। विज्ञापनदाताओं, कंटेंट क्रिएटर्स और प्लेटफार्मों को उपभोक्ता हितों की सुरक्षा के लिए तत्काल इस मुद्दे को हल करने के लिए एक साथ आना चाहिए।’ उन्हेंने कहा, ‘इसके अलावा, हिंसक गेमिंग विज्ञापनों (violative gaming ads ) की संख्या में तेज वृद्धि को देखते हुए इंडस्ट्री को गंभीर ध्यान देने की जरूरत है।’
रिपोर्ट में मशहूर हस्तियों को लेकर भ्रामक विज्ञापनों में तेजी से वृद्धि का भी खुलासा हुआ। ऐसे विज्ञापनों की संख्या 2021-22 में 55 थी, जो 2022-23 में 803 फीसदी बढ़कर 503 हो गई। इन विज्ञापनों में से 97 फीसदी ऐड्स में मशहूर हस्तियों ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम का पूरी तरह से पालन नहीं किया है।
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विज्ञापन नियमों के उल्लंघन करने वालों की लिस्ट में कई सेलिब्रिटीज जैसे- विराट कोहली, MS धोनी, भुवन बाम, श्रद्धा कपूर और कृति सेनन के नाम शामिल हैं।
Asci ने एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित ट्रैकिंग टूल अपनाया है, जिसने ज्यादा से ज्यादा विज्ञापनों की जांच हो सकती है। पिछले दो वर्षों के दौरान, इसके कारण विज्ञापनों को चेक करने की संख्या दोगुना हो गई है।