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HMPV FAQs: वायरस से जुड़े सवालों के जवाब, क्या है जोखिम और कैसे करें बचाव?

HMPV in India: केंद्र सरकार ने राज्यों को श्वसन बीमारियों जैसे इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण और SARI (गंभीर सांस की बीमारी) की निगरानी बढ़ाने और जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं।

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- January 08, 2025 | 11:25 AM IST

HMPV FAQs: भारत में HMPV (ह्यूमन मेटापनीमोवायरस) के 7 मामलों की पुष्टि हुई है। केंद्र सरकार ने राज्यों को श्वसन बीमारियों जैसे ILI (इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण) और SARI (गंभीर सांस की बीमारी) की निगरानी बढ़ाने और जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।

नागपुर, महाराष्ट्र में दो नए मामले सामने आए हैं, जिससे देश में HMPV के कुल मामले 7 हो गए हैं। इससे पहले, सोमवार को बेंगलुरु, कर्नाटक में दो और गुजरात में एक मरीज का
HMPV टेस्ट पॉजिटिव आया था।

इस बीच, चीन और कई अन्य देशों में वायरल बुखार और न्यूमोनिया के मामलों में बढ़ोतरी के बीच भारत में HMPV के ये मामले चिंता का विषय बने हुए हैं।

क्या है HMPV?

Human Metapneumovirus (HMPV) एक ऐसा वायरस है, जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और ऊपरी व निचले श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। यह कोई नया वायरस नहीं है और इसके मामले कई देशों में लंबे समय से सामने आ रहे हैं। HMPV के लिए फिलहाल कोई खास दवाई या इलाज उपलब्ध नहीं है। इससे बचाव के लिए साफ-सफाई और एहतियात जरूरी है।

HMPV के मामलों का पता चलने के बाद चिंता बढ़ गई है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को लेकर। यह वायरस आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन संवेदनशील समूहों, विशेष रूप से शिशुओं के लिए यह अधिक गंभीर हो सकता है।

आइए, HMPV से जुड़े प्रमुख सवालों के जवाब जानते हैं और समझते हैं कि यह वायरस कितना खतरनाक हो सकता है।

एचएमपीवी वायरस का खतरा: लक्षण और गंभीरता के संकेत

एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) से संक्रमित लोग खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण महसूस कर सकते हैं। यूएस सीडीसी के मुताबिक, यह संक्रमण ब्रोंकाइटिस या निमोनिया तक बढ़ सकता है।

वयस्कों में लक्षण:

  • लगातार खांसी (बलगम के साथ हो सकती है)
  • नाक बहना या बंद होना
  • हल्का बुखार
  • थकान और बदन दर्द
  • गले में खराश
  • गंभीर मामलों में सांस लेने में परेशानी हो सकती है।

बच्चों में गंभीर लक्षण:

  • तेज सांस लेना या घरघराहट
  • लगातार खांसी
  • तेज बुखार
  • शिशुओं में दूध न पीना और डिहाइड्रेशन

यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा गंभीर हो सकता है। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

HMPV वायरस: गंभीर लक्षण क्या हैं?

HMPV संक्रमण बच्चों में गंभीर ब्रोंकियोलाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है। इसके लक्षण मानव श्वसन सिंकाइटियल वायरस (RSV) के लक्षणों से अलग पहचानना मुश्किल है।

HMPV से जुड़ी जटिलताओं में निमोनिया, ब्रोंकियोलाइटिस, श्वसन स्थितियों जैसे अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) का बिगड़ना और बैक्टीरियल निमोनिया शामिल हैं।

HMPV वायरस: किसको ज्यादा खतरा?

HMPV वायरस खासतौर पर कमजोर वर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, जिनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग शामिल हैं।

HMPV का इलाज और बचाव: जानें कैसे रखें खुद को सुरक्षित

HMPV का इलाज कैसे किया जाता है?

फिलहाल HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा या टीका उपलब्ध नहीं है। इसका इलाज लक्षणों को नियंत्रित करने पर आधारित है।

आराम और तरल पदार्थ: मरीज को पर्याप्त आराम करने और तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
दर्द और बुखार की दवा: ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाओं का उपयोग दर्द और बुखार कम करने के लिए किया जा सकता है।
गंभीर स्थिति में: जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन थेरेपी या अस्पताल में भर्ती की सलाह दी जाती है।

HMPV से बचाव के उपाय

HMPV संक्रमण से बचने के लिए कुछ आसान और प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं:

  • अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं।
  • बिना धुले हाथों से चेहरे, खासकर आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें।
  • बीमार होने पर घर पर रहें ताकि वायरस का प्रसार रोका जा सके।
  • सामान्य रूप से छुई जाने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ करें।

डॉक्टर के पास कब जाएं?

अगर आप या आपके बच्चे को निम्नलिखित लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • सांस लेने में कठिनाई
  • त्वचा या होंठ नीले पड़ना
  • स्थिति बिगड़ना या पहले से मौजूद किसी बीमारी के साथ लक्षण दिखाई देना

क्या HMPV कोविड-19 जैसा खतरनाक है?

HMPV और कोविड-19 में कई समानताएं हैं। दोनों श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं और बूंदों के माध्यम से फैलते हैं। हालांकि, HMPV का मौसमी स्वरूप है और यह मुख्य रूप से सर्दियों और वसंत में फैलता है, जबकि कोविड-19 सालभर फैल सकता है।

HMPV वायरस: क्या कोई वैक्सीन है?

नहीं, HMPV संक्रमण से बचाव के लिए अभी तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। साथ ही, इसके इलाज के लिए कोई विशेष एंटीवायरल थेरेपी भी मौजूद नहीं है।

HMPV वायरस: क्या यह जानलेवा हो सकता है?

HMPV के अधिकतर मामले मामूली लक्षणों के साथ सामने आए हैं। लेकिन, जिन व्यक्तियों को पहले से कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, उनके लिए यह संक्रमण जानलेवा हो सकता है। चीन की CDC ने यह जानकारी दी है।

यह वायरस आमतौर पर सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण देता है, लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वाले या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों में यह गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। सावधानी बरतना और समय पर लक्षण पहचानना जरूरी है।

 

First Published : January 8, 2025 | 9:54 AM IST