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Himachal Pradesh: सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री ने उपमुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

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प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया
Last Updated- December 11, 2022 | 7:56 PM IST

चार बार के विधायक एवं एक बस चालक के बेटे सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को यहां एक समारोह में हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। समारोह में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने यहां ऐतिहासिक रिज मैदान में 58 वर्षीय सुक्खू के साथ ही निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री (60) को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। अग्निहोत्री राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री होंगे।

सुक्खू का मुख्यमंत्री बनना कांग्रेस में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत

जमीनी स्तर के नेता एवं नादौन से विधायक सुक्खू का मुख्यमंत्री पद तक पहुंचना प्रदेश कांग्रेस में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत है। राज्य की राजनीति में लंबे समय तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का वर्चस्व रहा और उन्होंने पांच दशक तक राज्य में कांग्रेस का मार्गदर्शन किया। पार्टी के नेताओं ने शपथग्रहण समारोह से पहले छह बार मुख्यमंत्री रहे सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। 

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस शासन वाला देश का तीसरा राज्य

देशभर में छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बाद यह तीसरा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार बनी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इस समारोह में शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हिमाचल प्रदेश के लिए कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट भी शपथग्रहण समारोह में उपस्थित रहे। 

जब पहाड़ों से बदलाव की हवा चलती है, तो वह मैदानों तक जाती है- हुड्डा

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के गठन ने पार्टी में नई ऊर्जा पैदा की है। उन्होंने कहा, ‘जब पहाड़ों से बदलाव की हवा चलती है, तो वह मैदानों तक जाती है।’ शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए पारंपरिक वेशभूषा पहने लोग बड़ी संख्या में रिज मैदान में एकत्र हुए। उन्होंने लोक संगीत की धुनों पर नृत्य किया और ‘सुक्खू भाई जिंदाबाद’ के नारे लगाए। कुछ उत्साही समर्थकों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के लिए अपने संभावित मंत्रियों को कंधों पर उठा लिया। हालांकि, किसी अन्य नेता को आज शपथ नहीं दिलाई गई। 

मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम हो सकते है 12 मंत्री

राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। शपथग्रहण समारोह में सुक्खू की मां, पत्नी और बेटियों समेत परिवार के सदस्य शामिल हुए। सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाया जाना इस बात के तौर पर देखा जा रहा है कि कांग्रेस एक आम कार्यकर्ता को शीर्ष पद दे रही है और पार्टी के शक्ति केंद्र को ऊपरी हिमाचल से निचले हिमाचल तक स्थानांतरित कर रही है। 

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हमीरपुर जिले से दूसरे मुख्यमंत्री बने है सुक्खू

सुक्खू को पार्टी के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का प्रतिद्वंद्वी माना जाता था। सुक्खू हमीरपुर जिले के नादौन के रहने वाले हैं और हिमाचल के निचले क्षेत्र के पहले कांग्रेस नेता हैं, जो इस शीर्ष पद तक पहुंचे हैं। इस क्षेत्र में नालागढ़, ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा और कुल्लू के निचले इलाके आते हैं। वाई एस परमार, वीरभद्र सिंह और राम लाल ठाकुर सहित कांग्रेस के सभी पूर्व मुख्यमंत्री ऊपरी हिमाचल से थे।

सुक्खू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रेम कुमार धूमल के बाद हमीरपुर जिले से दूसरे मुख्यमंत्री हैं। हिमाचल सड़क परिवहन निगम के एक चालक के बेटे सुक्खू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राजकीय महाविद्यालय संजौली में कक्षा प्रतिनिधि के तौर पर की थी। वह एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे।

प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने सुक्खू के नाम पर जताया था अपना विरोध

 राज्य के शीर्ष पद के लिए उनके नाम की घोषणा करना कोई आसान काम नहीं था। प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने सुक्खू के नाम पर अपना विरोध दर्ज कराया था और कहा था कि मंडी से सांसद उनकी नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। बहरहाल, सिंह ने बाद में कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान के फैसले को स्वीकार कर लिया है। एकजुट चेहरा दिखाने की कोशिश में, उनके परिवार को शपथग्रहण समारोह के दौरान कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा उचित स्थान दिया गया।

First Published : December 11, 2022 | 7:56 PM IST