भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को कहा है कि नवंबर में उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है। हालांकि इसने आगामी शीतकालीन मौसम के बारे में कुछ भी संकेत नहीं दिए हैं।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने शुक्रवार को कहा, ‘हम (आईएमडी) देश में सर्दी के मौसम की शुरुआत पर कोई पूर्वानुमान नहीं देते हैं और हम नवंबर को सर्दी का सीजन नहीं मानते हैं।’ उन्होंने कहा कि आमतौर पर दिसंबर से फरवरी वैसे महीने होते हैं जिन्हें आईएमडी शीतकालीन महीने मानता है जिसके लिए बाद में पूर्वानुमान दिए जाएंगे।
हालांकि महापात्रा ने कहा कि इस महीने के पहले पखवाड़े के दौरान उत्तरी-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा क्योंकि इन हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान के बारे में कहा कि पूर्वोत्तर और पूर्व-मध्य भारत और उत्तर पश्चिम और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।
पश्चिम-मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत तथा उत्तर प्रायद्वीपीय भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अलनीनो के मुद्दे पर कहा कि फिलहाल भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में तटस्थ अलनीनो दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) की स्थिति है और हिंद महासागर में तटस्थ आईओडी (इंडियन ओशन डाइपोल) की स्थिति है।
मौसम विभाग ने कहा, ‘ताजा वैश्विक मॉडल पूर्वानुमान यह संकेत देते हैं कि नवंबर-दिसंबर के महीने के दौरान ला-नीना के आसार बन सकते हैं और अगले कई महीने के दौरान हिंद महासागर में तटस्थ आईओडी की स्थिति बनने की संभावना बनेगी।’
नवंबर 2024 के लिए बारिश के पूर्वानुमान पर आईएमडी का कहना है कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में पांच मौसम विभाग उपखंडों (तमिलनाडु, पुद्दुच्चेरी, कराईक्कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम, रायलसीमा, केरल और माहे तथा कनार्टक के दक्षिण सुदूर इलाके) में बारिश सामान्य औसत से अधिक (दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 123 फीसदी) रहने की संभावना है।
देश में कुल मासिक वर्षा सामान्य (77-123 फीसदी एलपीए) रहने की संभावना है। इसने कहा, ‘देश के उत्तर-पश्चिमी इलाके और मध्य भारत के कुछ हिस्से को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्से में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश होगी। उत्तर-पश्चिमी इलाके और मध्य भारत में नवंबर महीने के दौरान सामान्य से कम बारिश की संभावना है।’ मौसम विभाग ने कहा कि देश में 1901 के बाद से अक्टूबर में औसत न्यूनतम तापमान सबसे अधिक रहा।