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GST से कम हुई कमाई, नवंबर में रेवेन्यू सिर्फ 1.3% बढ़ा; मुआवजा उपकर में भारी गिरावट

जीएसटी मुआवजा उपकर संग्रह एक साल पहले के लगभग 13,000 करोड़ रुपये से 69.06 फीसदी घटकर 4,006 करोड़ रुपये रह गया

Published by
मोनिका यादव   
Last Updated- December 01, 2025 | 10:59 PM IST

नवंबर में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से शुद्ध राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 1.3 फीसदी बढ़कर 1.52 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसमें जीएसटी मुआवजा उपकर की प्राप्तियां शामिल नहीं हैं। यह आंकड़ा कर ढांचे में सुधार के बाद पूरे एक महीने की आर्थिक गतिविधियों के तहत अप्रत्यक्ष कर संग्रह से प्राप्त राजस्व में भारी गिरावट को दर्शाता है।

जहां तक जीएसटी मुआवजा उपकर संग्रह का सवाल है तो नवंबर महीने के लिए अलग से खुलासे किए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी मुआवजा उपकर संग्रह एक साल पहले के लगभग 13,000 करोड़ रुपये से 69.06 फीसदी घटकर 4,006 करोड़ रुपये रह गया। उपकर की प्राप्तियों को मिलाकर कुल शुद्ध जीएसटी संग्रह नवंबर 2024 के मुकाबले 4.25 फीसदी कम रहा।

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अधिकारियों ने लेनदेन मूल्य में भारी वृद्धि का हवाला देते हुए राजस्व पर असर को कम करने की कोशिश की है ताकि यह बताया जा सके कि खपत बढ़ी है और इससे 22 सितंबर से की गई जीएसटी दरों में कटौती का असर कम हो गया है। मगर महीने के लिए उच्च आवृत्ति वाले अन्य संकेतकों से मिलीजुली तस्वीर दिखती है, भले ही जीएसटी लेवी के कारण यात्री वाहनों की थोक बिक्री एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 21 फीसदी बढ़कर करीब 4,25,000 वाहन हो गई।

रेलवे का माल ढुलाई से 4.2 फीसदी बढ़कर 13.57 करोड़ टन हो गई जबकि ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत काम की मांग एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 32 फीसदी कम हो गई। इसमें लगातार पांचवे महीने गिरावट दर्ज की गई। हालांकि यूपीआई लेनदेन में संख्या के हिसाब से अक्टूबर के मुकाबले 1 फीसदी कमी आई और मूल्य के लिहाज से उसमें 3.5 फीसदी की कमी दर्ज की गई।

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औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि की रफ्तार तेजी से कम हुई और वह अक्टूबर में महज 0.4 फीसदी दर से बढ़ी जो पिछले 14 महीने की सबसे कम रफ्तार रही। एचएसबीसी पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स से मापी गई विनिर्माण गतिविधियां नवंबर में 9 महीने के निचले स्तर 56.6 पर आ गई।

नवंबर में सकल जीएसटी राजस्व 0.7 फीसदी बढ़कर 1.7 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा रहा मगर घरेलू लेनदेन से प्राप्त राजस्व पिछले साल नवंबर की तुलना में 2.3 फीसदी घटकर 1.24 लाख करोड़ रुपये रहा। सकल राजस्व इस साल अक्टूबर की तुलना में 9.5 फीसदी और शुद्ध राजस्व 6.1 फीसदी कम रहा। आयात से सकल जीएसटी संग्रह 10.2 फीसदी बढ़ा।

रिफंड नवंबर 2024 के मुकाबले 4 फीसदी कम रहा और अक्टूबर की तुलना में इसमें 30.6 फीसदी की कमी आई।

First Published : December 1, 2025 | 10:56 PM IST