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मध्य प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर में आगामी 11-12 जनवरी को आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) की तैयारियां जोरों पर हैं। इस कार्यक्रम के लिए ‘मध्य प्रदेश- द फ्यूचर रेडी स्टेट’ थीम रखी गई है। कार्यक्रम को कार्बन न्यूट्रल और जीरो वेस्ट रखने का लक्ष्य भी रखा गया है।
इस दो दिवसीय आयोजन में मध्य प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश संभावनाओं को निवेशकों के सामने रखा जाएगा निवेशकों के अनुकूल नीतियों को प्रदर्शित किया जाएगा और औद्योगिक संगठनों से बात करके उनके अनुकूल नीतियां बनाने पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। आयोजन के दौरान प्रदेश की निर्यात संभावनाओं को भी नए सिरे से खंगाला जाएगा।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन के इस संस्करण में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधि तथा 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त महावाणिज्यदूत और राजनयिक भी हिस्सा लेंगे। GIS के इंटरनैशनल पवेलियन में 9 साझेदार देश और 14 अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन भी अपने-अपने देशों की प्रस्तुतियां देंगे।
सरकारी अधिकरियों के अनुसार, इस बार GIS में बाहर से आने वाले प्रतिभागियों के लिए 100 डॉलर का पंजीयन शुल्क रखा गया है। इसके बावजूद प्रतिभागियों की संख्या पिछले आयोजन से दोगुनी हो चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह चुके हैं कि वह निर्यातकों और विदेशी प्रतिनिधियों के साथ अलग से मुलाकात करेंगे। इस आयोजन के लिए कुमार मंगलम बिड़ला, नोएल टाटा, नादिर गोदरेज, पुनीत डालमिया और अजय पीरामल समेत कई जाने माने उद्योगपति पहले ही अपनी सहमति दे चुके हैं।
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इस दो दिनी आयोजन के दौरान 19 अलग-अलग क्षेत्रों को ध्यान में रखकर विशिष्ट सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान इन क्षेत्रों के उद्योगपति, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और संबंधित मंत्रालय के मंत्री आदि आयोजन में शामिल होंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ विशेष साक्षात्कार में कह चुके हैं कि इस समिट के दौरान रोजगार बढ़ाने वाले क्षेत्रों मसलन विनिर्माण, कपड़ा एवं वस्त्र, सूचना प्रौद्योगिकी आदि पर विशेष जोर होगा तथा इनके लिए खास रियायतों की घोषणा की जा सकती है।