भारत

G20: भारत को प्रमुख यात्रा गंतव्य के रूप में पेश करेगा पर्यटन मंत्रालय

Published by
भाषा
Last Updated- January 04, 2023 | 4:13 PM IST

भारत इस साल G20 की अध्यक्षता कर रहा है और ऐसे में विदेशी प्रतिनिधियों को अतुल्य भारत की झलक दिखाने के साथ ही केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय का मुख्य ध्यान देश को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने पर होगा। भारत ने एक दिसंबर 2022 को इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता ग्रहण की और इसी के साथ इस साल मंत्रालय के कैलेंडर की थीम भी तय कर दी।

देश भर में 55 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसका समापन 9-10 सितंबर को वार्षिक G20 शिखर सम्मेलन के साथ होगा। पर्यटन मंत्रालय इस दौरान विभिन्न देशों से आने वाले मेहमानों को भारत की समृद्ध खानपान व सांस्कृतिक विरासत दिखाने के लिए तैयार है। पहली G20 बैठक- शेरपा बैठक – दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान के उदयपुर में आयोजित की गई थी।

कलात्मक भित्ति चित्रों से लेकर विरासत स्थलों को रोशनी से अलंकृत करने तक, पुराने शहर ने सही मेजबान की भूमिका निभाई। इस दौरान यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल कुंभलगढ़ किले के अलावा अन्य प्रतिष्ठित इमारतों को बैठक स्थल के रूप में चुना गया था।

केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा था कि G20 बैठकों की तैयारी चल रही है और पर्यटन ट्रैक के तहत पहली बैठक जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में गुजरात के कच्छ के सुरम्य रण में आयोजित की जाएगी। सिंह ने कहा था, ‘(इस श्रेणी में) दूसरी बैठक सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल) में, तीसरी श्रीनगर में और चौथी गोवा में होगी।’

बैठकों के लिए 55 स्थल बड़े महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक फैले हुए हैं, जिनमें इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध हम्पी और खजुराहो जैसे स्थान शामिल हैं। इनमें द्वितीय व तृतीय श्रेणी के ऐसे शहर भी शामिल होंगे जो रमणीय व सांस्कृतिक विरासत में समृद्ध हैं।

सिंह ने नवंबर में कहा था, इसलिए G20 बैठक की तैयारियों के तहत इन शहरों को भी सजाया जाएगा। आइजोल में एक संवाददाता सम्मेलन में, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा था कि प्रभावशाली समूह की कुछ बैठकें पूरे पूर्वोत्तर में आयोजित करने की योजना है और मिजोरम की राजधानी इनमें से एक की मेजबानी करेगी।

यह भी पढ़ें: Srei Insolvency: NARCL ने श्रेई ग्रप की दो कंपनियों के लिए 5,555 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाई

उन्होंने कहा था कि इसके अलावा, पूर्वोत्तर में राजमार्गों के किनारे प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के लिए 100 ‘व्यू प्वाइंट’ बनाए जाएंगे। मिजोरम में ऐसे नौ ‘व्यू प्वाइंट’ स्थापित कर इसकी शुरुआत की जाएगी। रेड्डी ने 17-19 नवंबर को आइजोल में क्षेत्रीय पर्यटन संभावनाओं को तलाशने के लिये आयोजित पूर्वोत्तर के वास्ते 10वीं ‘इंटरनेशनल टूरिज्म मार्ट’ (आईटीएम) में हिस्सा लिया था। रेड्डी ने बाद में कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा था, ‘हमें इस अवसर (G20 बैठक) का उपयोग विदेशी मेहमानों को अपनी सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत दिखाने के लिए करना है।’

First Published : January 4, 2023 | 4:13 PM IST