चेन्नई में G20 एजुकेशन वर्किंग ग्रुप (EDWG) की एक और दो फरवरी को होने वाली बैठक विशेष रूप से हाइब्रिड शिक्षा के संदर्भ में मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करने पर केंद्रित होगी, जिसमें प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा को हर स्तर पर अधिक समावेशी, गुणात्मक और सहयोगी बनाना शामिल है।
इसके अलावा, EDWG की बैठक में क्षमता निर्माण, भविष्य के रोजगार के मद्देनजर आजीवन सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने, अनुसंधान को मजबूत करने और समृद्ध सहयोग एवं साझेदारी के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया जाएगा।
बैठक में तमिलनाडु का शिक्षा विभाग ‘नान मुदलवन’ और ‘नाम पल्ली’ पर आधारित एक प्रदर्शनी में हिस्सा लेगा। इससे पहले, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के रिसर्च पार्क में ‘शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका’ पर एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा।
सेमिनार में हिस्सा लेने वाले प्रमुख प्रतिभागियों में तमिलनाडु से नान मुदलवन/ईडीआईआई-तनसीम/गाइडेंस ब्यूरो/टीएनएसडीसी/नामा पल्ली के अलावा भारत स्वयं, समर्थ, दीक्षा और ‘स्टार्टअप इंडिया एजुकेशन फॉर फिजिकली चैलेंज्ड-डिस्लेक्सिया एंड बाइपोलर डिसऑर्डर’ जैसी सरकारी पहलें शामिल हैं। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), फ्रांस, चीन, नीदरलैंड और यूनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) भी इस सेमिनार में हिस्सा लेंगे।
चेन्नई में जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘यह बैठक एक लचीला और समावेशी शिक्षा एवं कौशल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने तथा प्रत्येक शिक्षार्थी की रचनात्मक क्षमता का विकास करने के इरादे से आयोजित की गई है, जिसका राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्पष्ट उल्लेख किया गया है।’
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विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत ने वैश्विक स्तर पर शिक्षा क्षेत्र में जो कुछ भी हासिल किया है, G20 बैठक उसे साझा करने का अवसर प्रदान करेगी। साथ ही यह दुनियाभर में शिक्षा की सर्वोत्तम प्रथाओं को जानने और सीखने का मौका भी देगी। आईआईटी मद्रास के रिसर्च पार्क में आयोजित होने वाले सेमिनार में अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित G20 समूह के 13 सदस्य देश और अतिथि देश हिस्सा लेंगे।