नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली हवाई अड्डे का प्रबंधन करने वाली कंपनी डायल को चौथे रनवे के नवीनीकरण कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा है। रविवार की सुबह हवाई अड्डे के आसपास घने कोहरे के कारण उड़ानों का परिचालन प्रभावित हुआ जिसे देखते हुए मंत्री ने यह निर्देश दिया है।
दिल्ली हवाई अड्डे के चौथे रनवे को 28/10 कहा जाता है। उसे सितंबर के मध्य में ही नवीनीकरण के लिए बंद कर दिया गया था। यह दिल्ली हवाई अड्डे का ऐसा दूसरा रनवे है जो कैट-3 इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) से लैस है। इस तकनीक के जरिये पायलट 50 मीटर से भी कम दृश्यता में विमान की लैंडिंग करा सकता है।
सिंधिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रतिकूल मौसम की परिस्थितियों के कारण उड़ान रद्द होने अथवा उड़ान में देरी से प्रभावित यात्रियों के लिए बेहतर संचार एवं सुविधाओं के साथ विमानन कंपनियों के लिए एक मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेगा।
सिंधिया के पोस्ट के बाद डीजीसीए ने आज शाम सभी विमानन कंपनियों के लिए एक मानक परिचालन प्रक्रिया जारी की। इसमें विमानन नियामक ने उन उड़ानों को रद्द करने के लिए कहा है जिनमें कोहरे अथवा अन्य प्रतिकूल मौसम परिस्थिति के कारण 3 घंटे से अधिक देरी होने की आशंका है। इससे हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ को कम करने और यात्रियों की असुविधा को कम करने में मदद मिलेगी।
डीजीसीए ने विमानन कंपनियों से यह भी कहा है कि वे उड़ान में देरी संबंधी रियल-टाइम सटीक जानकारी अपनी वेबसाइट पर भी जारी करें। साथ ही प्रभावित यात्रियों को एसएमएस, व्हाट्सऐप और ईमेल के जरिये पहले से सूचित करें। उसने कहा है कि हवाई अड्डे पर प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों के लिए उड़ान में देरी संबंधी सूचनाओं को अवश्य प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
डीजीसीए ने विमानन कंपनियों से कहा है कि वे अहवाई अड्डों पर यात्रियों को उड़ान में देरी की जानकारी देने और उनका मार्गदर्शन करने के लिए अपने कर्मचारियों को पर्याप्त संवेदनशील बनाएं। रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर घने कोहरे के कारण इंडिगो की एक उड़ान में देरी होने से परेशान एक यात्री द्वारा पायलट के साथ मारपीट करने की घटना सामने आई थी। सिंधिया ने कहा कि चालक दल के साथ यात्रियों के ऐसे व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
फ्लाइटरडार24 डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर कोहरे के कारण बड़ी तादाद में उड़ानों का परिचालन प्रभावित हुआ। घने कोहरे के कारण 926 उड़ानों में देरी हुई और 129 उड़ानें रद्द कर करनी पड़ीं। सोमवार को भी स्थति लगभग वैसी ही रही और दिल्ली हवाई अड्डे पर दोपहर 2:30 बजे तक 478 उड़ानों में देरी हुई, जबकि 142 उड़ानें रद्द कर दी गईं।
सिंधिया ने कहा, ‘कल (रविवार को) दिल्ली में काफी घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कई घंटों तक प्रभावित हुई। सुबह 5 बजे से 9 बजे के दौरान दृश्यता शून्य तक दर्ज की गई।’
दृश्यता काफी कम होने के कारण कैट-3 रनवे पर भी कुछ समय के लिए विमानों का संचालन बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया था। हमारे पूरे विमानन परिवेश में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।’
सिंधिया ने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए जीएमआर समूह की कंपनी डायल से कहा गया है कि डीजीसीए की संतुष्टि के बाद कैट-3 तकनीक से लैस चौथे रनवे का परिचालन जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘सभी यात्रियों से मेरा विनम्र अनुरोध है कि इस कठिन समय में हमारा साथ दें। यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए सभी हितधारक बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। इस बीच यात्रियों के अनियंत्रित व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी घटनाओं से कानून के तहत सख्ती से निपटा जाएगा।’
इंडिगो ने अपने पायलट से मारपीट की घटना के बारे में कहा है कि दिल्ली-गोवा उड़ान संख्या 6ई2175 में देरी की घोषणा करने के दौरान अधिकारी पर हमला किया गया। विमानन कंपनी ने कहा, ‘प्रोटोकॉल के अनुसार यात्री को बेकाबू घोषित कर दिया गया और आगे की कार्रवाई के लिए उसे स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया।
नियामकीय दिशानिर्देशों के तहत उचित कार्रवाई करने और यात्री को ‘नो-फ्लाई सूची’ में शामिल करने के लिए यह मामला एक स्वतंत्र आंतरिक समिति के पास भेजा जा रहा है। हमारे लिए यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा सर्वोपरि है। हम ऐसे किसी भी अस्वीकार्य व्यवहार के प्रति कोई सहिष्णुता न रखने की नीति पर चलते हैं।’
डीजीसीए ने 4 जनवरी को एयर इंडिया और स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसमें कहा गया था कि विमानन कंपनी यह सुनिश्चित करने में विफल रही है कि कोहरे के सामान्य मौसम यानी दिसंबर से जनवरी के दौरान दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों की लैंडिंग के लिए ऐसे पायलटों को तैनात किया जाए जो घने कोहरे में विमान को उतारने के लिए प्रशिक्षित हों।
इससे पहले 24 दिसंबर और 28 दिसंबर के बीच घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई थी। उस दौरान सैकड़ों उड़ानों में देरी हुई और 58 विमानों को आसपास के हवाई अड्डों की ओर मोड़ना पड़ा था।