उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के उद्योग जगत को प्रधानमंत्री के 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के संकल्प को पूरा करने में योगदान का आह्वान किया है। देश में सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश इस संकल्प को पूरा करने के लिए तत्परता से काम कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस समृद्ध आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की है उसकी राह उत्तर प्रदेश से होकर जाती है। यूपी में पोटेंशियल है, विजन है और अपार संभावनाएं हैं। हम अपने प्रदेश में निवेशकों को हर जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं। इन संभावनाओं का लाभ लेने को उत्तर प्रदेश में उद्योग जगत का स्वागत है।
गुरुवार को देश के दिग्गज उद्योगपतियों, वित्तीय, बैंकिंग व औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, कारोबारियों, निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी को 10-12 फरवरी तक लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भागीदारी का निमंत्रण दिया।
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जीआईएस 23 के संबंध में विदेशों में हुए यूपी रोड शो की सफलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद यह पहला मौका था जब निवेशकों को आमंत्रण देने टीम यूपी 16 देशों के 21 शहरों में गई। इस दौरान सात लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव हमें मिले हैं। मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, इसलिए यहां अपनों को आमंत्रण देने मैं स्वयं आया हूं। उत्तर प्रदेश संभवतः पहला राज्य होगा जहां 4.68 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए और 5 साल में 4 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर उतर भी आए।