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G20 सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग

तीन देशों के शीर्ष नेता रहेंगे अनुपस्थित, रूस और मैक्सिको के राष्ट्रपति भी नहीं आएंगे

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शुभायन चक्रवर्ती   
Last Updated- September 04, 2023 | 10:49 PM IST

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस सप्ताह नई दिल्ली में आयोजित हो रहे G20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में जानकारी दी कि इस शिखर सम्मेलन का नेतृत्व प्रधानमंत्री ली छांग करेंगे।

मोदी और शी ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की थी जिससे यह उम्मीद बढ़ी थी कि दोनों नेता G20 शिखर सम्मेलन में मिलेंगे। इस बीच मार्च में प्रधानमंत्री के पद पर पदोन्नत हुए ली ने अब तक जर्मनी और फ्रांस की दो अंतरराष्ट्रीय यात्राएं की हैं।

रविवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह इस बात से ‘निराश’ हैं कि चीन के राष्ट्रपति शी G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। बाइडन ने कहा, ‘मैं निराश हूं, लेकिन मैं उनसे मिलूंगा।’ बाइडन ने यह नहीं बताया कि दोनों नेताओं के बीच यह बैठक कब होगी। वह संभवतः एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच का हवाला दे रहे थे जिसकी बैठक इस साल सैन फ्रांसिस्को में होने वाली है। शी और बाइडन आखिरी बार पिछले साल इंडोनेशिया में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में मिले थे।

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बाइडन ने कहा है कि वह शुक्रवार को शुरू हो रही अपनी भारत यात्रा को लेकर उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक होनी है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी।

नई दिल्ली में आयोजित हो रहे G20 शिखर सम्मेलन में तीन देशों की सरकार के शीर्ष प्रतिनिधि हिस्सा नहीं लेंगे। वर्ष 2011 से ही आयोजित होने वाले इस वार्षिक सम्मेलन में रोम में आयोजित 2021 के शिखर सम्मेलन में कई देशों के नेता इस बहुपक्षीय मंच पर अनुपस्थित रहे। इसमें सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान शामिल नहीं हैं, जो कई वर्षों से अपने पिता और सऊदी अरब के शासक सलमान बिन अब्दुलअजीज की ओर से आधिकारिक विदेश यात्राएं कर रहे हैं।

शी के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और मैक्सिको के राष्ट्रपति एंद्रेज मैनुएल लोपेज ओब्राडोर ने भी अपनी अनुपस्थिति की घोषणा की है। उनकी जगह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और मैक्सिको के वित्त मंत्री इस सम्मेलन में शामिल होंगे।

ज्यादातर G20 नेताओं ने भारत यात्रा की पुष्टि की है। इनमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंटनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि की है। हालांकि सूत्रों ने कहा कि भारत को अभी तक कुछ अन्य G20 और आमंत्रित नेताओं से पुष्टि नहीं मिली है।

नेताओं की यात्राओं के राजनीतिक महत्त्व के कारण उन पर नजर रखी जाती है। अक्सर, कई देशों की यात्राएं भी इसमें जुड़ जाती हैं। लावरोव और मैक्रों दोनों क्रमश: 7 सितंबर और 11 सितंबर को पड़ोसी देश बांग्लादेश की राजधानी ढाका का दौरा करेंगे।

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मोदी का इंडोनेशिया दौरा

दुनिया भर के नेताओं का जमावड़ा दिल्ली में गुरुवार को शुरू हो जाएगा लेकिन प्रधानमंत्री मोदी 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 6-7 सितंबर को जकार्ता का दौरा करेंगे। इस शिखर सम्मेलन में 10 देशों वाले दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों के समूह (आसियान) और छह अन्य देश (भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, रूस और अमेरिका) एक मंच पर होंगे। आसियान की अध्यक्षता इंडोनेशिया कर रहा है जो G20 की ‘ट्रोइका’ का हिस्सा है क्योंकि पिछले साल समूह की अध्यक्षता इसी ने की थी।

हालांकि, जकार्ता में शी का मोदी के साथ आमना-सामना होने की संभावना बहुत कम है। इंडोनेशिया की मीडिया ने सोमवार को खबर दी कि चीन के राष्ट्रपति पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा नहीं ले सकते हैं। मोदी की यह यात्रा इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि वह 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। वर्ष 2022 में भारत-आसियान संबंधों के व्यापक रणनीतिक साझेदारी में पहुंचने के बाद यह पहला शिखर सम्मेलन होगा।

First Published : September 4, 2023 | 10:49 PM IST