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‘नो PUC नो फ्यूल’ नियम से पहले दिल्ली में अफरा-तफरी, 24 घंटे में 31 हजार से ज्यादा PUC सर्टिफिकेट जारी

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 17 दिसंबर को 31,197 सर्टिफिकेट जारी हुए, जबकि एक दिन पहले यानी 16 दिसंबर को सिर्फ 17,732 सर्टिफिकेट जारी हुए थे

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- December 18, 2025 | 7:02 PM IST

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच सरकार लगातार कुछ न कुछ सख्ती ला रही है। इस बीच पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट बनवाने के लिए लोगों की भीड़ पेट्रोल पंपों पर बढ़ रही है। 17 दिसंबर को PUC सर्टिफिकेट बनवाने वालों की संख्या में करीब 76 फीसदी का इजाफा हो गया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, उस दिन 31,197 सर्टिफिकेट जारी हुए, जबकि एक दिन पहले यानी 16 दिसंबर को सिर्फ 17,732 सर्टिफिकेट जारी हुए थे। इससे 13,465 ज्यादा सर्टिफिकेट बने, जो 75.9 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है।

इसकी वजह साफ है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने हफ्ते भर पहले ऐलान किया था कि गुरुवार से शहर के पेट्रोल पंपों पर वैध PUC सर्टिफिकेट के बिना गाड़ी में तेल नहीं डाला जाएगा। लोग जुर्माने से बचने के लिए आनन-फानन में सर्टिफिकेट बनवा रहे थे। एक पेट्रोल पंप मालिक ने बताया कि बुधवार को PUC सेंटरों के बाहर लंबी कतारें लगीं। उन्होंने कहा, “लोग सिर्फ इसलिए सर्टिफिकेट ले रहे थे ताकि आगे दिक्कत न हो।” 

दिल्ली में करीब 400 पेट्रोल पंप हैं और हर एक के पास PUC सेंटर भी है। इससे पहले 10 से 16 दिसंबर तक रोजाना सर्टिफिकेट बनवाने की संख्या 16,000 से 17,700 के बीच स्थिर रही। 10 दिसंबर को 17,044, 11 को 16,419, 12 को 16,305, 13 को 16,551, 14 को 16,624 और 15 को 17,719 सर्टिफिकेट बने थे।

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पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर असर

दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने बताया कि PUC सेंटरों पर भीड़ तो बढ़ी, लेकिन पेट्रोल और डीजल की बिक्री कम हो गई। उनका मानना है कि लोग नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे पड़ोसी इलाकों के पंपों पर तेल डलवा रहे हैं।

उन्होंने कहा, “शायद डर भी काम कर रहा है, लोग सोचते हैं कि दिल्ली में ज्यादा चेकिंग होगी तो दूसरी गलतियों पर भी पकड़े जा सकते हैं।” 

इस बीच आंकड़े बताते हैं कि PUC के बिना गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई सख्त हुई है। पिछले दो महीनों में 1.56 लाख से ज्यादा चालान काटे गए। हर चालान पर 10,000 रुपये का जुर्माना है। कुल मिलाकर पिछले तीन सालों में ऐसे चालान तीन गुना से ज्यादा बढ़े जो 2023 में 2.32 लाख के मुकाबले 2025 में 15 दिसंबर तक 8.22 लाख हो गए। इनमें से ज्यादातर, यानी 1,56,993 चालान इस साल ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के दौरान 14 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच काटे गए।

First Published : December 18, 2025 | 7:02 PM IST