चंद्रयान-3 ने अपने 22 दिन के सफर के बाद आखिरकार चंद्रमा की चौखट पर कदम रख दिया है। यानि की चंद्रयान शनिवार शाम चंद्रमा की ऑर्बिट यानि कक्षा में पहुंच गया है। अब चंद्रमा की सतह पर पहुंचने के लिए कुछ ही दिनों का सफर और बाकी है। चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में पहुंचते ही ISRO को पहला मैसेज भेजा.. वो मैसेज है ‘MOX, ISTRAC, मैं चंद्रयान-3 हूं। मुझे चन्द्रमा की ग्रैविटी महसूस हो रही है।
पार किया 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर का रास्ता
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद शनिवार को धरती की ग्रैविटी के दायरे से बाहर निकल कर चांद की ऑर्बिट में एंट्री की। इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस प्रोसेस को अंजाम देने में कुल आधे घंटे का वक्त लगा और चंद्रयान को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा दिया गया।
23 अगस्त को हो सकती है चंद्रमा पर लैंडिंग
अब यहां से चंद्रयान-3 को चंद्रमा के पास ले जाया जाएगा। आनेवाले 17 दिनों में चंद्रयान-3 चंद्रमा के चार और ऑर्बिट को पार करते हुए चंद्रमा पर जा पहुंचेगा। यानी सबकुछ तय वक्त के अनुसार चलता रहा तो 23 अगस्त को चंद्रयान थ्री की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जा सकेगी।
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चंद्रयान-3 के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 14 जुलाई को इसरो ने चंद्रयान-3 को अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया।