facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

10 मिनट की मीटिंग में चंद्रबाबू नायडू ने जीता Bill Gates का दिल, रख दी हैदराबाद में Microsoft के ऑफिस की नींव

नायडू पहली बार साल 1995 में अपने ससुर एनटी रामा राव को रातोंरात सत्ता से हटाकर अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

Last Updated- June 11, 2024 | 6:53 PM IST
10 मिनट की मीटिंग में चंद्रबाबू नायडू ने जीता Bill Gates का दिल, रख दी हैदराबाद में Microsoft के ऑफिस की नींव, How Chandrababu Naidu convinced Bill Gates for Microsoft's Hyderabad office

आंध्र प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) बुधवार को पद की शपथ लेंगे। 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) से हार के पांच साल बाद नायडू कार्यालय में लौटेंगे।

नायडू की किस्मत कुछ ही महीनों में पलट गई क्योंकि टीडीपी प्रमुख को सितंबर 2023 में एक बड़ा झटका लगा जब सत्तारूढ़ YSRCP ने उन्हें कथित भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया। परिणामस्वरूप, उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने से पहले नायडू ने लगभग दो महीने जेल में बिताए।

रातोंरात ससुर को सत्ता से हटाकर चंद्रबाबू नायडू पहली बार बने आंध्र प्रदेश के सीएम

नायडू पहली बार साल 1995 में अपने ससुर एनटी रामा राव को रातोंरात सत्ता से हटाकर अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। हैदराबाद को टेक्नोलॉजी हब बनाने में उनके योगदान के कारण वह जनता की नज़र में उद्योग-समर्थक, तकनीक-समर्थक छवि वाले दुर्लभ राजनेताओं में से एक हैं।

इस दावे को पुख्ता करने वाली लोकप्रिय घटनाओं में से एक नायडू की माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) के साथ मुलाकात है, जिसने हैदराबाद में टेक दिग्गज की उपस्थिति का मार्ग प्रशस्त किया।

Also read: Zomato अपनी क्विक कॉमर्स यूनिट Blinkit में करेगी 300 करोड़ का निवेश, डार्क स्टोर्स बढ़ाने पर जोर

चंद्रबाबू नायडू ने 10 मिनट की मुलाकात में जीता बिल गेट्स का दिल

2017 में एपी एगटेक समिट के दौरान, नायडू ने उस घटना को याद किया जब वह 1990 के दशक के अंत में गेट्स के साथ अपॉइंटमेंट पाने में कामयाब रहे थे।

उन्होंने कहा, “गेट्स कुछ काम के लिए नई दिल्ली में थे। मैंने अपॉइंटमेंट के लिए अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह बहुत व्यस्त हैं, और अगर मैं इच्छुक हूं तो शाम को एक कॉकटेल पार्टी में शामिल हो सकता हूं।”

उन्होंने दावा किया, ”मैंने एक लैपटॉप के माध्यम से एक प्रेजेंटेशन दी और ऐसा करने वाला मैं पहला भारतीय राजनेता था।” उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे उन्होंने गेट्स को हैदराबाद में माइक्रोसॉफ्ट का डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने के लिए राजी किया था।

नायडू ने कहा कि गेट्स के साथ उनकी मुलाकात 10 मिनट की होनी थी, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सीईओ ने उनके साथ 40 मिनट बिताए। नायडू ने कहा कि गेट्स ने उस बैठक में उनसे कहा था कि जब भी माइक्रोसॉफ्ट अमेरिका के बाहर अपना केंद्र खोलना चाहेगा, वे नायडू के अनुरोध पर विचार करेंगे।

टीडीपी प्रमुख ने गर्व से कहा, “न केवल माइक्रोसॉफ्ट ने हैदराबाद में अपना डेवलपमेंट सेंटर खोला, बल्कि सत्या नडेला, जो हमारे यहां से हैं, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बन गए।”

Also read: Apple, Google और Meta जैसी बड़ी कंपनियों की मनमानी होगी खत्म, भारत सरकार ला रही नया कानून

गेट्स ने नायडू के साथ बैठक को कुछ यू याद किया

गेट्स ने याद किया कि नायडू के साथ मुलाकात में क्या हुआ था। उस शिखर सम्मेलन के समापन के दौरान, गेट्स ने अपनी दो दशक पुरानी बैठक का विवरण भी साझा किया।

गेट्स ने कहा, “मुझे बताया गया कि कोई ऐसा व्यक्ति है जो डिजिटल तकनीक में आपसे भी अधिक विश्वास करता है। इस पर विश्वास करना कठिन था, लेकिन जब हम मिले, तो उनके पास अपना डिजिटल डिवाइस- कंप्यूटर था – और उनके पास एडवांस डिवाइसों का उपयोग करके सरकार को बेहतर बनाने का दृष्टिकोण था।”

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया डेवलपमेंट सेंटर 1998 में हैदराबाद में स्थापित किया गया था।

First Published - June 11, 2024 | 6:53 PM IST

संबंधित पोस्ट