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Heat Wave: झारखंड में लू का कहर; चार लोगों की मौत, 1300 से ज्यादा हॉसिपिटल में भर्ती

झारखंड के 24 जिलों में से अधिकतर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा वहीं डाल्टनगंज और गढ़वा जैसे स्थानों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा।

Last Updated- May 31, 2024 | 7:38 PM IST
Heatwave

Heat Wave: झारखंड में शुक्रवार को भीषण गर्मी एवं लू (Loo) के कारण चार लोगों की मौत हो गई, वहीं 1,326 लोगों को बीमार पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि सभी जिला अस्पतालों और अन्य चिकित्सा प्रतिष्ठानों को लू से पीड़ितों के लिए वातानुकूलित कमरों एवं बिस्तरों का इंतजाम रखने के लिये कहा गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के मिशन निदेशक डॉ. आलोक त्रिवेदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘झारखंड में चार लोगों की लू से मौत हो गयी। मरने वालों में तीन पलामू से जबकि एक जमशेदपुर से था। इन लोगों की मौत अस्पतालों में नहीं हुयी। गर्मी से जुड़ी परेशानियों के कारण राज्य के विभिन्न जिलों में 1,326 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से 63 मामले लू की चपेट में आने से जुडे़ हैं।’’

24 जिलों में से अधिकतर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा

झारखंड के 24 जिलों में से अधिकतर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा वहीं डाल्टनगंज और गढ़वा जैसे स्थानों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। भीषण गर्मी से पशुओं, खासकर चमगादड़ों की भी मौत की सूचना है।

अधिकारियों ने बताया कि हजारीबाग, रांची, गढ़वा और पलामू समेत राज्य के अन्य हिस्सों से चमगादड़ों के मरने की सूचना है। डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि तापमान अधिक होने पर चमगादड़ मर जाते हैं। उन्होंने बताया कि गढ़वा में स्थानीय लोगों द्वारा मृत चमगादड़ों को खाने की खबरें भी मिली हैं।

उन्होंने बताया कि चमगादड़ खाने वाले लोगों को पृथक-वास में रखा गया है और उनकी निगरानी की जा रही है। उनके नमूने आईसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजे जाएंगे। डॉ. त्रिवेदी ने कहा, ‘‘हम मृत चमगादड़ों का उचित तरीके से दफनाया जाना भी सुनिश्चित कर रहे हैं।’’

First Published - May 31, 2024 | 7:38 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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