Ayodhya Cruise: वाराणसी की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मथुरा और अयोध्या में भी क्रूज सेवाएं शुरु होंगी। अयोध्या में पर्यटकों को सरयू का भ्रमण कराने के लिए जटायु नाम का क्रूज पहुंच चुका है जबकि मथुरा में इन सेवाओं के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। धर्मनगरी प्रयागराज में क्रूज सेवाओं के संचालन के लिए पहले ही हरी झंडी दी जा चुकी है।
अयोध्या में राम की जल समाधि लेने वाले स्थान गुप्तार घाट से मुख्य शहर तक के 18 किलोमीटर के जलमार्ग पर क्रूज का संचालन किया जाएगा। क्रूज सेवा के लिए अयोध्या में सरयू तट पर नया घाट में स्टेशन बनाया गया है। इस 18 किलोमीटर की जल यात्रा में पर्यटकों को अयोध्या में रामायण कालीन मंदिरों, स्थानों व किलों के दर्शन कराए जाएंगे। मथुरा में गोकुल से वृंदावन तक यमुना नदी में 22 किलोमीटर के जलमार्ग पर क्रूज सेवा संचालित की जाएगी।
अयोध्या जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अलकनंदा और अयोध्या क्रूज लाइंस की ओर से पुष्पक व जटायु के नाम से दो क्रूज सरयू में उतारे जाएंगे। क्रूज सेवा का संचालन जन्माष्टमी त्योहार के अगले दिन शुक्रवार से शुरू कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि विश्व प्रसिद्ध अयोध्या में दीपोत्सव के पर्व के मौके पर पर्यटकों को एक साथ कई क्रूजों व मोटरबोट की सवारी का मौका मिलेगा।
अयोध्या में गुप्तार घाट से 18 किमी की इस यात्रा को दो घंटे में पूरा किया जाएगा और प्रत्येक यात्री से 300 रुपये किराया लिया जाएगा। शुक्रवार से सेवाएं शुरू करने वाले जटायु क्रूज में 100 यात्री सफर कर सकेंगे। यात्रा के दौरान पर्यटकों का राम कथा भी सुनाई जाएगी। जटायु क्रूज का निर्माण दुबई में किया गया है और इसमें दो इंजन होने के चलते सरयू में कम पानी होने पर भी संचालन में दिक्कत नहीं होगी।
इसी तरह मथुरा में यमुना नदी में क्रूज सेवा शुरू करने के लिए केंद्रीय जल परिवहन मंत्रालय ने अनुमति दे दी है। जल्दी ही दो क्रूज यमुना में उतारे जाएंगे जो वृंदावन से लेकर गोकुल तक 22 किमी का सफर करेंगे। इन क्रूजों की क्षमता 400 यात्रियों की होगी। क्रूज सेवाएं शुरु करने के लिए स्टीमर की खरीद का 40 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला गया है। इस सेवा का संचालन ब्रज क्षेत्र तीर्थ विकास परिषद करेगा। गोकुल से वृंदावन के मार्ग में कुल 11 टर्मिनल बनाए जाएंगे। पर्यटक इस सेवा के लिए जुगल घाट, केशी घाट, देवरहा बाबा घाट, पानी गांव, स्वामी घाट, विश्राम घाट, सुदर्शन घाट और गोकुल घाट से सवारी कर सकेंगे।