दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए सक्रिय हो गई है। सर्दियों में खुले में कूड़ा आदि जलाने से भी प्रदूषण फैलता है। इसलिए कूड़ा जलाने को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने इसके खिलाफ विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए आगामी दस दिन तक ‘एन्टी ओपन बर्निंग स्पेशल कैम्पेन’ चलाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, दिल्ली नगर निगम, राजस्व और अन्य संबंधित विभागों की 611 टीमें ओपन बर्निंग के खिलाफ कार्रवाई करेंगी।
पर्यावरण मंत्री राय ने दिल्ली की सभी एजेंसियों एवं RWA से नाइट ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों एवं गार्डों को हीटर उपलब्ध कराने की अपील भी की है जिससे कि लोगों को ठंड से परेशानी ना हो। ठंड से बचने के लिए ही लोग खुले में कूड़ा आदि जलाते हैं।
दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग करेगा समीक्षा बैठक
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB ) के 19 दिसंबर के AQI बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में सोमवार को बीते 24 घंटे का औसत AQI 410 दर्ज किया गया। जो प्रदूषण स्तर की गंभीर श्रेणी में आता है। रविवार को यह 354 था। मंगलवार को खबर लिखे जाने के समय दिल्ली में AQI 359 था। खबर लिखे जाने के समय नोएडा में AQI गंभीर श्रेणी के करीब 396 था। गुरुग्राम में यह 358 था।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) भी आज दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने के कारण आगे उठाए जाने वाले कदमों के लिए समीक्षा बैठक कर सकता है। इस बैठक में प्रदूषण बढ़ने के कारण निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने पर चर्चा हो सकती है।