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Anant Ambani’s wedding: अनंत अंबानी की 60 करोड़ डॉलर की शादी सिर्फ धूमधाम ही नहीं, बिजनेस की बड़ी चाल भी है!

अंबानी परिवार के अपने न्यूज़ मीडिया में इस शादी की धूमधाम की झलकियां दिखाई गईं।

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एजेंसियां   
Last Updated- July 16, 2024 | 9:51 PM IST

मुकेश अंबानी ने एक बार बताया था कि वह अपने होम थिएटर में हफ्ते में तीन बॉलीवुड फिल्में देखना पसंद करते हैं। उन्होंने 2008 में न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया था, “जिंदगी में थोड़ा मनोरंजन तो चाहिए ही होता है। ये दो-तीन घंटे आपको राहत देते हैं।”

लेकिन 16 साल बाद, अंबानी सिर्फ फिल्में देखने वाले नहीं रह गए हैं। अब वो खुद बड़े मनोरंजन जगत के खिलाड़ी बन गए हैं। जेफरीज के अनुसार, उनका डिजिटल साम्राज्य शेयर बाजार में उतरने की तैयारी में है, जिसकी कीमत 112 अरब डॉलर बताई जा रही है। और इस डिजिटल साम्राज्य के आने का ऐलान करने का इससे बेहतर तरीका क्या हो सकता था कि दुनिया के रईस, चमकदार और ताकतवर लोगों को पांच महीने लंबे शादी के उत्सव में बुलाया जाए।

शादी के जश्न का व्यावसायिक उद्देश्य

मुकेश अंबानी के तीन बच्चों में सबसे छोटे अनंत ने मार्च में अपनी शादी की धूमधाम शुरुआत कर दी थी। शादी के पहले एक पार्टी हुई, जिसमें रिहाना ने परफॉर्म किया। ये पार्टी अंबानी के पश्चिमी तट पर स्थित रिफाइनरी परिसर के अंदर 3,000 एकड़ में फैले एक प्राइवेट वाइल्डलाइफ सेंचुरी में हुई थी।

इस शादी समारोह का समापन मुंबई में लगातार दो दिनों तक चलने वाले भव्य कार्यक्रमों के साथ हुआ। इन कार्यक्रमों में बॉलीवुड के ज्यादातर कलाकारों के साथ-साथ कार्दशियन परिवार भी शामिल हुआ। ये जस्टिन बीबर के प्री-वेडिंग फंक्शन के दो हफ्ते बाद हुआ था।

इस बीच, शादी की पार्टी एक यूरोपीय क्रूज पर भी गई थी, जिसमें इटली में बैकस्ट्रीट बॉयज़ और कान्स में कैटी पेरी शामिल हुए थे।

अंबानी के डिजिटल बिजनेस में अहम निवेशक मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक. के मार्क जुकरबर्ग से लेकर उन्हें 5G उपकरण उपलब्ध कराने वाली कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी के बॉस जय वाई ली तक, इन समारोहों में शामिल होने वाले लोगों को भारत के कॉर्पोरेट जगत में अंबानी परिवार के बेमिसाल रुतबे की याद दिला दी गई। मीडिया का अनुमान है कि इस पूरे शादी समारोह पर कुल 600 मिलियन डॉलर खर्च हुए।

अंबानी परिवार के अपने न्यूज़ मीडिया में इस शादी की धूमधाम की झलकियां दिखाई गईं। मेहमान क्या तोहफे लाए, यह तो पता नहीं चला, लेकिन दूल्हे के करीबी दोस्त 18 कैरेट गुलाबी सोने की ऑडेमर्स पिगेट घड़ियां लेकर वापस गए।

इसी दौरान, अंबानी की जियो वायरलेस सर्विस के 48 करोड़ से ज्यादा कस्टमर्स को इस महीने से डाटा के लिए 21 फीसदी ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है। इस पर सोशल मीडिया पर मीम्स तो बन गए, लेकिन असली सवाल ये है कि आखिर इस वक्त इतना पैसे का दिखावा क्यों? खासकर, जब ब्राज़ील दुनिया के सबसे अमीर लोगों से उनकी संपत्ति का सालाना 2% टैक्स लेने का प्रस्ताव ला चुका है।

भारतीय स्टील कारोबारी लक्ष्मी मित्तल ने अपनी बेटी की शादी के लिए 2004 में पेरिस के टीयुलरीज गार्डन और लुई सोलहवें के वर्साय के महल को किराए पर लिया था। ये शादी उस समय हुई थी, जब उन्होंने लक्ज़मबर्ग की कंपनी आर्सेलर एसए को खरीदने की बोली जीती थी। उस शादी में भी 6 दिनों में 60 मिलियन डॉलर खर्च हुए थे। लेकिन वह अलग मामला था।

अंतरराष्ट्रीय और घरेलू राजनीतिक माहौल

अंबानी परिवार ने न सिर्फ दिखावे में नया रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि ज्यादातर खर्चा भारत में ही किया। और वो भी ऐसे समय में, जब देश का राजनीतिक माहौल अशांत है और भारत के “अरबपति राज” की बढ़ती असमानता की हर तरफ आलोचना हो रही है।

नरेंद्र मोदी की सत्ता पर पकड़ पिछले महीने उनकी पार्टी के संसदीय बहुमत खोने के बाद कमजोर हो गई है। चुनाव प्रचार के दौरान, मुख्य विपक्षी नेता राहुल गांधी ने मोदी पर लगातार हमला किया कि वे सिर्फ दो व्यापारियों, अंबानी और गौतम अदाणी, के हित में काम कर रहे हैं। कुछ अर्थशास्त्री इसे “भारत के कलंकित पूंजीवाद का 2A वैरिएंट” कहते हैं।

उनका कहना है कि एक छोटे से समूह को पसंद करना भारत में विदेशी निवेश घटने और प्राइवेट पूंजी खर्च के ठहरने का एक कारण है। कोई भी राष्ट्रीय चैंपियनों के खिलाफ जाना नहीं चाहता। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बदली हुई राजनीतिक स्थिति अंबानी के उपभोक्ता साम्राज्य को और अधिक कंपटीशन का सामना करने के लिए मजबूर करेगी। मोदी नवविवाहित जोड़े को बधाई देने पहुंचे, जैसा कि प्रमुख विपक्षी नेताओं ने किया। गांधी दूर रहे।

मुकेश अंबानी अपने प्रतिद्वंदी अदाणी से बढ़त हासिल करने के लिए कुछ जोखिम उठा रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में पिछले आठ महीनों में 43% की बढ़त को बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है।

अदाणी बंदरगाहों, हवाई अड्डों, डेटा सेंटरों और निर्माण सामग्री जैसे बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं रहेंगे। वह चाहते हैं कि इस दशक के अंत तक हर तीन में से एक भारतीय उनके नए सुपर-ऐप पर हो। लेकिन वह टेलिकॉम या पेमेंट जैसी बड़े कंज्यूमर उद्योगों में अंबानी से मुकाबला किए बिना उन्हें कैसे आकर्षित कर पाएंगे?

यही वो चीज़ है जिसे अंबानी को बचाकर रखना है। वॉल्ट डिज़्नी कंपनी की भारत में टीवी फ्रेंचाइजी के साथ अपने मीडिया कारोबार को मिलाने के बाद, उनकी बॉलीवुड और क्रिकेट पर पकड़ मजबूत हो गई है, ये दो चीजें हैं जो दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में लोगों का ध्यान खींचती हैं।

पिछले साल मुख्य कंपनी से अलग हुई एक नई उपभोक्ता वित्त और भुगतान इकाई प्रमुख अधिकारियों को हायर कर रही है। हो सकता है कि अगले साल ही डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए और उसके बाद भारत की नंबर 1 रिटेल चेन के लिए पब्लिक फ्लोटेशन (आम लोगों के लिए शेयर जारी करना), अंबानी को एक अजेय स्थिति में ला खड़ा करेगा।

अभी चुप रहने का समय नहीं है, बल्कि आत्मविश्वास दिखाने का समय है। रिलायंस को महामारी के दौरान जुकरबर्ग और अन्य निवेशकों से 20 अरब डॉलर से अधिक जुटाने में मदद करने वाले मॉर्गन स्टेनली के माइकल ग्रिम्स गेस्ट लिस्ट में थे। उनकी कंपनी के विश्लेषकों को उम्मीद है कि यह ग्रुप अपने 260 अरब डॉलर के बाजार मूल्य में 100 अरब डॉलर और जोड़ देगा।

और क्यों नहीं? एक अरब से अधिक भारतीय युवा बेरोजगारी, कम वेतन और लगातार महंगाई से बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं। जब तक वे डेटा के लिए भुगतान करते हैं, तब तक अंबानी उन्हें उनके स्मार्टफोन और ब्रॉडबैंड टीवी पर मनोरंजन देंगे – और 60 करोड़ डॉलर की शादी की झलकियां भी दिखाएंगे। (ब्लूमबर्ग के इनपुट के साथ)

First Published : July 16, 2024 | 9:34 PM IST