एकीकृत भुगतान प्रणाली (यूपीआई) से लेनदेन सितंबर में बीते माह की तुलना में 2 प्रतिशत गिरकर 19.63 अरब हो गया। अगस्त में यूपीआई से लेनदेन 20.01 अरब था। बहरहाल, यूपीआई लेनदेन का मूल्य सितंबर में 0.2 प्रतिशत बढ़कर 24.9 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि यह मूल्य अगस्त में 24.85 लाख करोड़ रुपये था। जुलाई में यूपीआई से लेनदेन की संख्या 19.47 अरब और मूल्य 25.08 लाख करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 की तुलना में इस साल सितंबर में यूपीआई लेनदेन की संख्या 31 प्रतिशत और मूल्य 21 प्रतिशत बढ़ा था।
वर्ल्डलाइन के भारत में प्रमुख डिलिवरी व संचालन अधिकारी रामाकृष्णन राममूर्ति ने बताया, ‘वार्षिक वृद्धि में चिरस्थायी गति न केवल शहरों और गांवों में यूपीआई की गहरी पैठ बल्कि यह उपभोक्ताओं व कारोबार की उपभोक्ताओं की त्वरित, सुरक्षित व कम लागत के डिजिटल भुगतान को दर्शाती है।
सितंबर की समीक्षा के दौरान दैनिक लेनदेन की संख्या में वृद्धि 65.4 करोड़ थी जबकि यह वृद्धि अगस्त में 64.5 करोड़ थी। हालांकि सितंबर में यूपीआई से मूल्य के मामले में वृद्धि 82,991 करोड़ रुपये थी जबकि यह वृद्धि अगस्त में 80,177 करोड़ रुपये थी।
राममूर्ति ने बताया, ‘भविष्य की ओर देखें तो लेनदेन की बढ़ी हुई सीमा और यूपीआई में क्रेडिट लाइन की शुरुआत से उच्च मूल्य के भुगतान और उधारी के मामलों का बढ़ना तय है। इन नवोन्मेष से डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में यूपीआई का दबदबा और बढ़ना है। इससे भारत कम नकदी, तकनीक आधारित वित्तीय भविष्य की ओर बढ़ेगा।’
सितंबर में तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) से लेनदेन की संख्या 17 प्रतिशत गिरकर 39.4 करोड़ हो गई जबकि यह अगस्त में 47.7 करोड़ थी। हालांकि आईएमपीएस से लेनदेन का मूल्य 0.3 प्रतिशत गिरकर 5.97 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि यह बीते माह 5.98 लाख करोड़ रुपये था। अगस्त में आईएमपीएस का मूल्य 6.31 लाख करोड़ रुपये और संख्या 48.8 करोड़ थी। दैनिक लेनदेन की संख्या 155 लाख से गिरकर 131.5 लाख हो गई। दैनिक लेनदेन का मूल्य 3 प्रतिशत बढ़कर 19,895 करोड़ रुपये हो गया।
सितंबर में फास्टैग लेनदेन की संख्या अगस्त के 37.1 करोड़ से 10 प्रतिशत गिरकर 33.3 करोड़ हो गई। इससे फास्टैग से लेनदेन का मूल्य अगस्त के 6,661 करोड़ रुपये से 4 प्रतिशत गिरकर 6,421 करोड़ रुपये हो गया। इसकी जुलाई में संख्या 37.1 करोड़ और मूल्य 6,669 करोड़ रुपये था। दैनिक लेनदेन की संख्या घटकर 110.9 लाख और मूल्य 214 करोड़ रुपये हो गया।
आधार आधारित भुगतान प्रणाली (एईपीएस) से लेनदेन की संख्या बीते माह की तुलना में 17 प्रतिशत गिरकर 10.6 करोड़ हो गई और यह अगस्त में 12.8 करोड़ थी। यह जुलाई में 10.3 करो़ड़ थी। इस लेनदेन का मूल्य 27,388 करोड़ रुपये था जबकि बीते माह 32,329 करोड़ रुपये था।