प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
नवंबर के दौरान यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से संख्या के हिसाब से लेनदेन में 1 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई है। यूपीआई के माध्यम से लगभग 26.32 लाख करोड़ रुपये के 20.47 अरब लेनदेन हुए हैं।
अक्टूबर में लेनदेन की संख्या और मूल्य के हिसाब से सर्वाधिक बढ़ोतरी हुई थी। त्योहारों और जीएसटी 2.0 से मिली राहत की वजह से इस महीने में लेनदेन की कुल संख्या 20.7 अरब और मू्ल्य 27.28 लाख करोड़ रुपये रहा। समीक्षाधीन अवधि के दौरान लेनदेन का मूल्य भी 3.5 प्रतिशत कम हुआ है। सितंबर में यूपीआई लेनदेन संख्या के हिसाब से यह 19.63 अरब और मू्ल्य के हिसाब से 24.9 लाख करोड़ रुपये था।
बहरहाल रोजाना का औसत लेनदेन अक्टूबर में 66.8 करोड़ प्रतिदिन था, जो नवंबर में बढ़कर 68.2 करोड़ प्रतिदिन हो गया।
वर्ल्डलाइन में चीफ डिलिवरी ऐंड ऑपरेशन ऑफिसर इंडिया रामकृष्णन राममूर्ति ने कहा कि इस कमी के बावजूद यूपीआई से लेनदेन 26 लाख करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है। इससे बेहतर आर्थिक गतिविधियों और उच्च मूल्य के डिजिटल भुगतान को लेकर बढ़ते भरोसे का पता चलता है। अक्टूबर और नवंबर के लेनदेन से यूपीआई की बड़े पैमाने पर विश्वसनीय लेनदेन की क्षमता का पता चलता है। यूपीआई के शानदार और स्थिर प्रदर्शन से नकदी रहित अर्थव्यवस्था में भारत के नींव के पत्थर के रूप में भूमिका का पता चलता है।