अगर
सूचकांक
रणनीति
साल
2007 से ही बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम का प्रदर्शन ठीक–ठाक रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बीच ट्रेडिंग वॉल्यूम 55,000 करोड़ रुपये से नीचे रहा। लेकिन बीते छह सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो इसमें कुछ सुधार अवश्य हुआ है।
हर सत्र में निफ्टी करीब 150 अंकों के आसपास झूलता नजर आया है। इसमें कोई शक नहीं कि इन सब कारणों से ही डेरिवेटिव मार्केट में शेयर बाजार के खिलाड़ी आकर्षित होते हैं। बहरहाल, इन सब के बीच विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पहले की भांति ही अपनी स्थिति बरकरार रखे हुए हैं।
अगर
बाजार के रुझान के बारे में बात की जाए तो निस्संदेह लंबे समय से बाजार में मंदड़िये बने हुए हैं। हालांकि यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ हफ्तों में बाजार में उछाल देखने को मिलेगा। यानी बाजार में तेजड़िये की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बहरहाल
, सूचकांक डेरिवेटिव मार्केट में निफ्टी से इतर उपकरणों के लिए ओपन इंटरेस्ट और तरलता पहले की तरह ही प्रीमियम पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह के अंत तक निप्टी खुद 4,746 अंक पर बंद हुआ था।
जबकि मार्च अनुबंध में निफ्टी 4,746.95 अंक पर व्यवस्थित किया गया और अप्रैल एवं मई में निफ्टी क्रमश: 4,729.45 और 4,701.5 अंक पर व्यवस्थित किया गया। इस लिहाज से मार्च अनुबंध में ओपन इंटरेस्ट में 22 लाख की गिरावट दर्ज की गई।
अगर
अन्य सूचकांकों की बात करें तो जूनियर 8,209.75 पर बंद हुआ था।जबकि
मार्च अनुबंध 8,248.50 पर निपटारा किया। इसके अलावा, बैंक निफ्टी 7,106 पर बंद हुआ जबकि मार्च अनुबंध 7,108.60 पर निपटारा किया गया था। निफ्टी मिड–कैप 50 2,440.55 पर बंद हुआ वहीं मार्च अनुबंध 2,449.10 पर व्यवस्थित किया गया। सीएनएक्स आईटी 3,530.7 पर बंद हुई जबकि मार्च अनुबंध 3,542.75 पर व्यवस्थित किया गया। निफ्टी अपने समर्थन अंक 4,600 और प्रतिबंधित अंक 4,900 के बीच ही है।
निफ्टी
ऑप्शंस के क्षेत्र में एक मजेदार पहलु पुट–कॉल रेसियो (पीसीआर) है। बीते सप्ताह दोनों ही यानी पुट और कॉल ओपन इंटरेस्ट में विस्तार हुआ था। ओपन इंटरेस्ट के संदर्भ में कुल पीसीआर 0.92 पर था। जबकि मार्च पीसीआर की बात की जाए तो वह 0.87 पर था।अगर कोई पुट कॉल रेसियो 1 से कम है तो वह अधिक्रय समझा जाता है। लेकिन वास्तविक्ता यह है कि बाजार आमतौर पर कम से कम 0.87 को छूता है। यही वजह है कि यह तेजड़िये संकेत कहलाते हैं। हालांकि इस आंकड़े को लेकर काफी विवाद होता आया है। बहरहाल, यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बाजार में तेजड़िये का आगमन होगा।