facebookmetapixel
Cement company ने बदल दी रिकॉर्ड डेट, अब इस तारीख को खरीदें शेयर और पाएं कैश रिवॉर्डदिवाली से पहले दिल्ली–पटना रूट पर दौड़ेगी भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस; जानें टिकट की कीमतखुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा ये IPO, इस हफ्ते हो रहा ओपन; ऑनलाइन सर्विसेज में माहिर है कंपनीDII के मजबूत सहारे के बावजूद, FII के बिना भारतीय शेयर बाजार की मजबूती अधूरी क्यों है – जानिए पूरी कहानीBank Holidays: इस हफ्ते चार दिन बंद रहेंगे बैंक, पहले देख लें छुट्टियों की लिस्ट₹145 से ₹19,900 तक के टारगेट! ब्रोकरेज ने बताए 3 स्टॉक्स, टेक्निकल पैटर्न कर रहे हैं तेजी का इशाराStock Market Update: मजबूती के साथ खुले बाजार, 200 से ज्यादा अंक चढ़ा सेंसेक्स; निफ्टी 24800 के पारStocks To Watch Today: अदाणी पावर-भूटान डील, टाटा-महिंद्रा कारें हुईं सस्ती; जानें आज किन स्टॉक्स पर ध्यान देंसीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तक

डेरिवेटिव मार्केट में छाया हुआ है अनिश्चित्ता का माहौल

Last Updated- December 05, 2022 | 4:36 PM IST


अगर बीते दिनों की बात करें तो शेयर बाजार काफी उथलपुथल भरा रहा। निफ्टी में जबर्दस्त उतारचढ़ाव का आलम बना रहा। इसमें कोई शक नहीं कि शेयर बाजार में आए तूफान के कारण ही डेरिवेटिव मार्केट में अनिश्चित्ता का माहौल बन गया है।


 


सूचकांक रणनीति


 


साल 2007 से ही बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम का प्रदर्शन ठीकठाक रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बीच ट्रेडिंग वॉल्यूम 55,000 करोड़ रुपये से नीचे रहा। लेकिन बीते छह सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो इसमें कुछ सुधार अवश्य हुआ है।


 


 हर सत्र में निफ्टी करीब 150 अंकों के आसपास झूलता नजर आया है। इसमें कोई शक नहीं कि इन सब कारणों से ही डेरिवेटिव मार्केट में शेयर बाजार के खिलाड़ी आकर्षित होते हैं। बहरहाल, इन सब के बीच विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पहले की भांति ही अपनी स्थिति बरकरार रखे हुए हैं।


 


अगर बाजार के रुझान के बारे में बात की जाए तो निस्संदेह लंबे समय से बाजार में मंदड़िये बने हुए हैं। हालांकि यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ हफ्तों में बाजार में उछाल देखने को मिलेगा। यानी बाजार में तेजड़िये की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।


 


बहरहाल, सूचकांक डेरिवेटिव मार्केट में निफ्टी से इतर उपकरणों के लिए ओपन इंटरेस्ट और तरलता पहले की तरह ही प्रीमियम पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह के अंत तक निप्टी खुद 4,746 अंक पर बंद हुआ था।


 


जबकि मार्च अनुबंध में निफ्टी 4,746.95 अंक पर व्यवस्थित किया गया और अप्रैल एवं मई में निफ्टी क्रमश: 4,729.45 और 4,701.5 अंक पर व्यवस्थित किया गया। इस लिहाज से मार्च अनुबंध में ओपन इंटरेस्ट में 22 लाख की गिरावट दर्ज की गई।


अगर अन्य सूचकांकों की बात करें तो जूनियर 8,209.75 पर बंद हुआ था।


जबकि मार्च अनुबंध 8,248.50 पर निपटारा किया। इसके अलावा, बैंक निफ्टी 7,106 पर बंद हुआ जबकि मार्च अनुबंध 7,108.60 पर निपटारा किया गया था। निफ्टी मिडकैप 50 2,440.55 पर बंद हुआ वहीं मार्च अनुबंध 2,449.10 पर व्यवस्थित किया गया। सीएनएक्स आईटी 3,530.7 पर बंद हुई जबकि मार्च अनुबंध 3,542.75 पर व्यवस्थित किया गया। निफ्टी अपने समर्थन अंक 4,600 और प्रतिबंधित अंक 4,900 के बीच ही है।


 


निफ्टी ऑप्शंस के क्षेत्र में एक मजेदार पहलु पुटकॉल रेसियो (पीसीआर) है। बीते सप्ताह दोनों ही यानी पुट और कॉल ओपन इंटरेस्ट में विस्तार हुआ था। ओपन इंटरेस्ट के संदर्भ में कुल पीसीआर 0.92 पर था। जबकि मार्च पीसीआर की बात की जाए तो वह 0.87 पर था।

 अगर कोई पुट कॉल रेसियो 1 से कम है तो वह अधिक्रय समझा जाता है। लेकिन वास्तविक्ता यह है कि बाजार आमतौर पर कम से कम 0.87 को छूता है। यही वजह है कि यह तेजड़िये संकेत कहलाते हैं। हालांकि इस आंकड़े को लेकर काफी विवाद होता आया है। बहरहाल, यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बाजार में तेजड़िये का आगमन होगा।

First Published - March 17, 2008 | 4:46 PM IST

संबंधित पोस्ट