आपका बटुआ कहीं खो गया है! परेशान होने की जरूरत नहीं है। चौंकिए मत क्योंकि कई निजी बीमा कंपनियां बटुए की बीमा योजना बाजार में जल्द ही ला रही हैं।
ये बीमा कंपनियां अपनी विदेशी समकक्ष बीमा कंपनियों की देखा-देखी भारत में भी इस तरह की योजना लाने के बारे में सोच रही हैं। इसी कडी में टाटा एआईजी जररल इंश्योरेंस ऐसी योजना ला रही है जो आपके बटुए का बीमा करेगी और इसके खो जाने के स्थिति में आपके चेहरे पर शिकन नहीं आएगी।
इसके अलावा कंपनी आपकी कार और अपार्टमेंट को भी बीमा सुरक्षा देने की योजना पर विचार कर रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी गौरव गर्ग ने कहा कि इनमें से कुछ योजनाएं अलग से बाजार में ऑफर की जाएंगी जबकि कुछ अन्य योजनाएं मोटर बीमा आदि के साथ ऑफर की जाएंगी।
इसी तरह प्रूडेंट इंश्योरेंस ब्रोकर के मुख्य कार्य अधिकारी पवनजीत ढींगरा का कहना है कि कई खुदरा उत्पादों को पहले ही बाजार में उतारा जा चुका है, इन उत्पादों की खरीदारी नहीं होती बल्कि ज्यादातर इन्हें अन्य योजनाओं साथ ही ऑफर किया जाता है।
एक अन्य सामान्य बीमा कंपनी भारती एएक्सए जनरल इंश्योरेंस के मुख्य कार्य अधिकारी मिलिंद चालीसगांवकर ने कहा कि उनकी कंपनी भी इसी तरह की योजना को बाजार में उतारने के बारे में सोच रही है।
हालांकि निजी क्षेत्र की बीमा कंपनी इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस का कहना है कि कंपनी इन योजनाओं से संबंधित विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है लेकिन इस तरह की योजना को तत्काल उतारने की उनकी कोई मंशा नहीं है।
हालांकि बीमा सलाहकारों का कहना कि इस तरह की पॉलिसियां लेने से पहले सारी जानकारियों से अवगत हो जाना बेहद जरूरी है कि क्योंकि ऐसे कई शर्तें हो सकती हैं जिनकी जानकारी आपके पास नहीं हो और बाद में दावा करते वक्त परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस तरह की कई शर्तें हो सकती हैं जिसके आधार पर कंपनी आपके दावों को खारिज कर सकती है। मिसाल के तौर पर एटीएम पर आपके पैसों के चोरी जैसी स्थिति को बीमा सुरक्षा मुहैया कराने के लिए शुरू की गई बीमा पॉलिसी के तहत कंपनी उस स्थिति में किसी तरह की घटना होने पर दावों का निपटान नहीं करेगी अगर आपके कार्ड का इस्तेमाल कोई अन्य व्यक्ति कर रहा है।
इसी तरह बीमा सुरक्षा उन रुपये पर होगी जो आपने बैंक से निकाले हैं, जबकि आपके बटुए में पहले से मौजूद रुपये इस बीमा सुरक्षा के तहत नहीं आते हैं। ज्यातर दावों की सीमा 1 लाख रुपये तक की होती है और इन पर देय प्रीमियम 350 रुपये सालाना होती है।
अगर आप अपने बटुए का बीमा कराने की सोच रहे हैं तो बटुए में मौजूद रुपये के खो जाने पर कोई बीमा सुरक्षा नहीं मिलेगी और बीमा सुरक्षा सिर्फ खोए या चोरी हुए बटुए की कीमत और इसके अंदर मौजूद क्रेडिट कार्ड और डबिट कार्ड तक ही सीमित रहेगा। इसी तरह खोए हुए चेक, टिकट या फिर चोरी हुए कार्ड पर बीमा कवर लागू नहीं होगी।
दावों की अधितक सीमा 15,000 रुपये तक की होती है। कुछ प्रतिद्वंद्वी बीमा कंपनियों का कहना है कि इस तरह के उत्पाद पहले से ही बाजार में उपलब्ध हैं पर वे कुछ अन्य योजनाओं के तहत साथ में ही ऑफर किए जाते हैं।