टाटा टेलीसर्विसेज महाराष्ट्र (टीटीएमएल) की महाराष्ट्र और मुंबई जैसे मुनाफा देने वाले बाजार में हिस्सेदारी 14 फीसदी है। फिलहाल इसे कड़ी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
वजह यह है कि अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी जीएसएम आधारित सेवाएं लेकर आने वाली है। सबसे बड़ी चुनौती है इसकी बाजार हिस्सेदारी को सुधारने की क्योंकि इसकी प्रतिद्वंदी कंपनियां आक्रामक मार्केटिंग का रुख अख्तियार कर रही हैं।
जापानी खिलाड़ी के साथ हुए गठजोड़ को इसी नजरिए से देखा जा सकता है। इससे न केवल तकनीकी मदद मिलेगी बल्कि जरूरत पड़ने पर निवेश के विकल्प भी बन सकते हैं।
लंबी अवधि के फायदे
जापान में एनटीटी डोकोमो के 5.4 करोड़ ग्राहक हैं और यह मोबाइल इंटरनेट सेवा मुहैया कराने वाली कंपनियों में अगुआ है। इसने नवंबर में 12,740 करोड़ रुपये में टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड (टीटीएसएल) में 26 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है। टीटीएमएल के शेयरधारकों को बाद में खुला ऑफर दिया गया, वहीं एनटीटी डोकोमो ने टीटीएमएल में लगभग 12 फीसदी की खरीदी है।
हालांकि टीटीएसएल में हाल में 10,000 करोड़ रुपये लगाए गए है। इस समझौते से थ्रीजी डब्ल्यूसीडीएमए नेटवर्क के लिए तकनीक मदद, रोमिंग, हैंडसेट व टीटीएमएल और टीटीएसएल, दोनों के लिए कॉर्पोरेट सेवाएं भी मिलेंगी।
ग्राहकों की बढ़ती तादाद
दिसंबर की तिमाही में कंपनी के सब्सक्राइबर में महाराष्ट्र सर्किल में अच्छी बढ़ोतरी हुई लेकिन यह मुंबई सर्किल में पीछे रही। फरवरी में कंपनी के सब्सक्राइबर के आधार में केवल 1.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह मुंबई में 22 लाख हो गया। जबकि वोडाफोन के हिस्से में सबसे ज्यादा 43 लाख ग्राहक थे। टीटीएमएल को पांचवा स्थान मिला।
महाराष्ट्र सर्किल में आइडिया के 72 लाख सब्सक्राइबर हैं। इसमें 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और इसके इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 43 लाख है। फिलहाल यह चौथा सबसे बड़ा खिलाड़ी है। टीटीएमएल के लिए चिंता की बात यह है आइडिया और रिलायंस कम्युनिकेशंस जैसे खिलाड़ी कीमतों के जरिए बेहतर वृद्धि दर तक पहुंचने की कवायद में जुटे हैं।
आरकॉम ने तो अपने सब्सक्राइबर में जनवरी और फरवरी के महीने में 21 और 12 फीसदी की बढ़ोतरी की। मुंबई में 95 फीसदी लोगों के पास मोबाइल है। अब इसमें इजाफे की गुंजाइश भी कम है। वहीं, महाराष्ट्र में महज 27 फीसदी लोगों के पास मोबाइल है। यहां टीटीएमएल के सीडीएमए और जल्द लॉन्च होने वाली जीएसएम आधारित सेवाओं के लिए भी भरपूर गुंजाइश है।
डाटा कारोबार और जीएसएम
प्रति उपभोक्ता औसत कमाई में कमी और घटते मुनाफे के मद्देनजर टीटीएमएल डाटा कारोबार पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इस सेगमेंट में फिलहाल 13.4 फीसदी कमाई मोबाइल से होती है। वॉयस सेगमेंट के मुकाबले इसमें प्रति उपभोक्ता औसत कमाई भी ज्यादा होती है।
लैंडलाइन में बढ़ोतरी एक दूसरा क्षेत्र हो सकता है जहां कंपनी अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधार सकती है। विश्लेषकों के मुताबिक अगर कंपनी महाराष्ट्र और मुंबई में जीएसएम सेवा लॉन्च करती है तो उसे दिक्कतें झेलनी पड़ सकती है।
