facebookmetapixel
AI की एंट्री से IT इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव, मेगा आउटसोर्सिंग सौदों की जगह छोटे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट‘2025 भारत के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धियों का वर्ष रहा’, मन की बात में बोले प्रधानमंत्री मोदीकोल इंडिया की सभी सब्सिडियरी कंपनियां 2030 तक होंगी लिस्टेड, प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिया निर्देशभारत में डायग्नॉस्टिक्स इंडस्ट्री के विस्तार में जबरदस्त तेजी, नई लैब और सेंटरों में हो रहा बड़ा निवेशजवाहर लाल नेहरू पोर्ट अपनी अधिकतम सीमा पर पहुंचेगा, क्षमता बढ़कर 1.2 करोड़ TEU होगीFDI लक्ष्य चूकने पर भारत बनाएगा निगरानी समिति, न्यूजीलैंड को मिल सकती है राहतपारेषण परिसंपत्तियों से फंड जुटाने को लेकर राज्यों की चिंता दूर करने में जुटी केंद्र सरकार2025 में AI में हुआ भारी निवेश, लेकिन अब तक ठोस मुनाफा नहीं; उत्साह और असर के बीच बड़ा अंतरवाहन उद्योग साल 2025 को रिकॉर्ड बिक्री के साथ करेगा विदा, कुल बिक्री 2.8 करोड़ के पारमुंबई एयरपोर्ट पर 10 महीने तक कार्गो उड़ान बंद करने का प्रस्वाव, निर्यात में आ सकता है बड़ा संकट

Paytm सीईओ ने RBI अधिकारियों से की मुलाकात

सोमवार तक Paytm के कारोबार पर असर की चिंता के कारण Paytm के शेयरधारकों को 2.5 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका था।

Last Updated- February 06, 2024 | 4:32 PM IST
paytm

Paytm के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने नियामक चिंताओं को दूर करने के लिए सोमवार को भारतीय केंद्रीय बैंक के अधिकारियों से मुलाकात की। यह खबर सूत्रों के हवाले से आई है।

पिछले बुधवार को, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Paytm पेमेंट्स बैंक को निर्देश दिया था कि वह मार्च से अपने खातों और डिजिटल वॉलेट में नई जमा स्वीकार करना बंद कर दे।

यह फैसला पर्यवेक्षी चिंताओं (supervisory concerns) और नियमों का अनुपालन न करने के कारण लिया गया, जिससे Paytm के शेयरों में गिरावट आई है।

एक सूत्र ने कहा कि आरबीआई से नियामक चिंताओं को दूर करने के लिए बातचीत चल रही है, और कंपनी ने 29 फरवरी की समय सीमा से आगे विस्तार के लिए कहा है।

सूत्र के मुताबिक, Paytm आरबीआई से अपने वॉलेट बिजनेस और डिजिटल हाईवे टोल भुगतान सेवा फास्टैग के लिए लाइसेंस ट्रांसफर करने पर भी स्पष्टता मांग रहा है। एक दूसरे सूत्र ने कहा, “आरबीआई ने Paytm की चिंताओं को सुना लेकिन कोई वादा नहीं किया।”

सोमवार तक Paytm के कारोबार पर असर की चिंता के कारण Paytm के शेयरधारकों को 2.5 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका था।

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट से पता चला कि भारत की संघीय एंटी-फ्रॉड एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि कंपनी द्वारा संचालित प्लेटफार्मों ने विदेशी मुद्रा नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं, इसके बाद मंगलवार को स्टॉक एक नए निचले स्तर पर पहुंच गए।

Paytm के एक प्रवक्ता ने विदेशी मुद्रा कानूनों के संबंध में किसी भी गलत काम से इनकार किया, आरोपों को “निराधार और गलत” करार दिया।

इसके बाद, Paytm के शेयरों में शुरुआत में 8% की बढ़ोतरी हुई और बाद में 4.2% बढ़कर 457 रुपये पर पहुंच गए। बर्नस्टीन के विश्लेषकों ने कहा कि शेयर की कीमतों में पहले की गिरावट एक ओवररिएक्शन के कारण थी।

बर्नस्टीन के विश्लेषकों का मानना है कि नए नियम इस बात को प्रभावित करेंगे कि निवेशक कंपनी के जोखिम और प्रबंधन को कैसे देखते हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी चुनौतियों पर काबू पा सकती है। बर्नस्टीन ने स्टॉक का लक्ष्य मूल्य 950 रुपये से घटाकर 600 रुपये कर दिया है, लेकिन विश्लेषक अभी भी खरीदारी की सलाह दे रहे हैं।

First Published - February 6, 2024 | 4:32 PM IST

संबंधित पोस्ट