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आईआरडीए ने मांगी और जानकारियां

Last Updated- December 10, 2022 | 7:35 PM IST

बीमा कारोबार में और अधिक पारदिर्शता लाने और पॉलिसीधारकों को बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए आईआरडीए ने बीमा कंपनियों को सॉल्वेन्सी मार्जिन, दावों के निपटान का रिकॉर्ड और तिमाही आधार पर घाटे के अनुपात का खुलासा करने का निर्देश जारी किया है।
ग्राहकों की समस्या के निपटान के पिछले रिकॉर्ड सहित खुलासा किए जाने के नियमों में बदवाल के इस साल जून से प्रभावी किए जाने का प्रस्ताव है।
आईआरडीए के एक अधिकारी ने कहा कि दावों के निपटान के खुलासा होने से इनकी वास्तविक साथ ही विचाराधीन दावों की संख्या के बारे में भी पता चल पाएगा।

First Published - March 12, 2009 | 12:31 PM IST

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