बीमा

सरकार परफॉर्मेंस के आधार पर घाटे में चल रही सरकारी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में डाल सकती है पूंजी

सरकार ने पिछले साल तीन बीमा कंपनियों - नैशनल इंश्योरेंस कंपनी लि., ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लि. और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को 5,000 करोड़ रुपये की पूंजी प्रदान की थी।

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भाषा   
Last Updated- October 22, 2023 | 6:49 PM IST

वित्त मंत्रालय घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की तीन साधारण बीमा कंपनियों में चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में पूंजी डालने पर विचार करेगा। इन कंपनियों में पूंजी उनके चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह के प्रदर्शन के आधार पर डाली जाएगी।

सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय ने पिछले साल तीन कंपनियों- नैशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को कारोबार के बजाय मुनाफे पर ध्यान देने और सिर्फ अच्छे प्रस्तावों को स्वीकार करने के लिए कहा था।

सूत्रों ने बताया कि वित्तीय समीक्षा से पता चलेगा कि इस पुनर्गठन से कंपनियों के मुनाफे के आंकड़े और सॉल्वेंसी मार्जिन पर क्या प्रभाव पड़ा है। सॉल्वेंसी मार्जिन वह अतिरिक्त पूंजी है जिसे कंपनियों को संभावित दावा राशि के अतिरिक्त अपने पास रखनी होती है। यह विषम परिस्थितियों में वित्तीय सुरक्षा के रूप में कार्य करता है, जिससे कंपनी को सभी दावों का निपटान करने में मदद मिलती है।

तीन बीमा कंपनियों को सरकार ने दिए थे पैसे

सरकार ने पिछले साल तीन बीमा कंपनियों – नैशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को 5,000 करोड़ रुपये की पूंजी प्रदान की थी। इनमें कोलकाता स्थित नैशनल इंश्योरेंस कंपनी को सबसे अधिक 3,700 करोड़ रुपये दिए गए थे। इसके अलावा दिल्ली की ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी में 1,200 करोड़ रुपये तथा चेन्नई स्थित यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी को 100 करोड़ रुपये की पूंजी प्रदान की गई थी।

First Published : October 22, 2023 | 6:49 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)