देश की सबसे बड़ी निजी जीवन बीमा कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (आईसीआईसीआई प्रू.) वित्त वर्ष 2009-10 में पॉलिसियों के नवीकरण से अर्जित प्रीमियम के 10 फीसदी हिस्से की वूसली के लिए नई तकनीकों का सहारा लेने के बारे में सोच रही है।
इसके लिए कंपनी इंटरनेट, मोबाइल फोन और सूचना-प्रद्यौगिकी आधारित प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल में लाने की योजना बना रही है। कंपनी ने नवीकरण से प्राप्त होने वाले प्रीमियम के 6 फीसदी हिस्से यानी 430 करोड़ रुपये इंटरनेट और मोबाइल फोन के जरिये जुटाए हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के उपाध्यक्ष अनिता पाई के अनुसार कंपनी हमेशा से ग्राहकों को ऐसे उत्पाद उपलब्ध कराती आई है जो उनकी दीर्घ अवधि की वित्तीय योजनाओं को पूरा करने के लिए सटीक हो। पाई ने कहा कि हमने अपनी सेवा इस तरह की है कि ग्राहकों को हम तक पहुंचने में कभी किसी परेशानी का सामना नहीं करना होता है।
दूसरी तरफ ग्राहक भी इंटरनेट और मोबाइल फोन के जरिए अपने पॉलिसियों के नवीकरण को ज्यादा सटीक मानते हैं। इससे ग्राहकों को कंपनियों के नेट ऐसेट वैल्यू और फंड वैल्यू की जानकारी प्राप्त करने में भी आसानी होती है। बकौल पाई, कंपनी को पिछले साल 12 लाख से ज्यादा के एसएमएस मिले थे।
ग्राहकों को इस सुविधा प्रदान करने के लिए आईसीआईसीआई प्रूडेंशिलयल ने एयरटेल और एमचेक जैसी कंपनियों से समझौता किया है। उल्लेखनीय है कि एक साल पहले तक वेबसाइट पेमेंट परिचालनों की संख्यां 1,26,000 से बढ़कर 2,80,000 तक पहुंच गई थी।