भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख विभाग ने देश के दूसरे सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक में हाल के दिनों में 782 कर्मचारियों की सेवाएं कथित रूप से बिना उचित प्रक्रिया के समाप्त करने पर चिंता जताई है। कांग्रेस के विभाग ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) ने बैंक के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती को लिखे पत्र में कहा कि आईसीआईसीआई बैंक में कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करना अनैतिक और खराब कार्यस्थल की नीतियों को दर्शाता है।
एआईपीसी को इस निजी बैंक के 82 पूर्व कर्मचारियों के हस्ताक्षर वाला पत्र मिला है। इस पत्र के अनुसार बैंक ने कर्मचारियों की सेवाओं को कथित रूप से अनैतिक ढंग से समाप्त किया है और बैंक ने उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया है। एआईपीसी की जांच से जानकारी मिली है कि बैंक ने छह माह की अवधि के दौरान 782 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। पत्र में यह भी दावा किया गया है कि बैंक के दो पूर्व कर्मचारियों ने मार्च में आत्महत्या कर ली है।