निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ ने 30 सितंबर को समाप्त हुई तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 15.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 376.77 करोड़ रुपये हो गया। कराधान नियमों में बदलाव के बावजूद वॉल्यूम में सुधार के कारण लाभ में यह इजाफा हुआ है।
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य वित्तीय अधिकारी नीरज शाह ने कहा कि साल की शुरुआत में बहुत बड़ी चिंता थी क्योंकि बजट के बाद पांच लाख रुपये से अधिक के औसत आकार से समझौता करना पड़ रहा था। हालांकि हमने पिछले साल की तुलना में वॉल्यूम वृद्धि और औसत टिकट साइज (एटीएस) को बनाए रखा है, जिससे कंपनी का प्रदर्शन बेहतर रहा।
दूसरी तिमाही के दौरान शुद्ध प्रीमियम आय 14,755.96 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की अवधि में 13,110.91 करोड़ रुपये थी। इसमें 12.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
पिछली तिमाही के मुकाबले शुद्ध लाभ में 9.29 प्रतिशत की गिरावट आई। उत्पाद मिश्रण में बदलाव और निवेश में वृद्धि के कारण जुलाई से सितंबर वाली तिमाही में नए कारोबार का मूल्य (वीएनबी) मार्जिन एक साल पहले की अवधि में दर्ज 27.1 प्रतिशत से घटकर 26.4 प्रतिशत रह गया।