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निवेश में फंडों का चुनाव है महत्वपूर्ण

Last Updated- December 05, 2022 | 5:22 PM IST

मेरी उम्र 34 वर्ष है और मैं जनवरी 2008 से म्युचुअल फंडों के सिप में  10,000 रुपये प्रति महीने जमा करता आ रहा हूं, हालांकि मुझे इस बारे में ज्यादा अनुभव नहीं है।


अगले 15 वर्षों में मैं एक करोड़ रुपये इकट्ठा करना चाहता हूं ताकि सेवानिवृत्ति के बाद सुख से जी सकूं। कृपया मेरे फंड के चयन के संबंध में सुझाव दें और बताएं कि क्या लक्ष्य-प्राप्ति के लिए मेरा निवेश सही है? (पवन पोखरियाल)


कुछ लोग ऐसा कह सकते हैं कि 34 वर्ष की उम्र में आपने अपने लक्ष्य-प्राप्ति की योजना शुरु करने में देर कर दी है। लेकिन निवेश के आपके सिस्टेमेटिक तरीके को देखते हुए हमें खुशी है कि आपकी शुरूआत अच्छी है। पंदह वर्षों की समय-सीमा को देखते हुए ऐसा लगता है कि आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।


सिप का तरीका अच्छा है लेकिन हम आपको फंड के चयन और उनकी संख्या के संदर्भ में कुछ सुझाव देंगे। हमें ऐसा लगता है कि आपको कुछ मूलभूत बातें जाननी चाहिए ताकि आपका पोर्टफोलियो संतुलित रहे और आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।


आपने जनवरी 2008 से अपने निवेश की शुरूआत की है- इस समय भारतीय बाजार अपने चरम पर था। तब बीएसई सूचकांक 21000 से कुछ फासले पर ही था कि उसमें गिरावट आने लगी थी। अगर उस समय आपने एकमुश्त निवेश किया होता तो अब तक संभवत: भारी घाटे में होते।


हाल की गिरावट इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण है कि मंदड़िये कितनी तेजी से तेजड़ियों पर काबू पा लेते हैं और ऐसी परिस्थिति में सिप का तकनीक कितना उपयोगी है।


फंड का चुनाव


एक बार आपके द्वारा चयनित फंडों को देखने के बाद हमारे सामने यह स्पष्ट हो जाता है कि आपके फंड के चयन का आधार क्या है। फंडों का चुनाव  हाल की तेजी के दौरान दिए गए प्रतिफल के आधार पर किया गया है। जेएम फाइनैंशियल, डीएसपी एमएल टैक्स सेवर और रिलायंस डाइवर्सिफायड पावर जैसे फंड अपने-अपने वर्गों में वर्ष 2007 के दौरान शीर्ष स्थान पर थे।


लेकिन आप यह देखना भूल गए कि इन  फंडों के निवेश का आधार क्या है। जेएम फंड और रिलायंस डाइवर्सिफायड पावर सेक्टोरल फंड हैं और विशाखित फंडों की तुलना में ज्यादा जोखिम भरे हैं।डीएसपी मेरिल लिंच टैक्स सेवर मिड और स्मॉल-कैप में ज्यादा निवेश करता है जो इससे अपेक्षाकृत अधिक जोखिम वाला टैक्स सेवर बनाता है। टेबल से यह समझा जा सकता है कि किस प्रकार वर्ष 2007 में बेहतर प्रदर्शन देने वाले फंड गिरावट के दौर में पिछड़ गए।


स्पष्ट है कि ऐसे फंड गिरावट के दौरान (रिलायंस डाइवर्सिफायड पावर को छोड़ कर) अपने वर्ग की तुलना में तेजी से गिरे हैं। इसलिए आपके फंड का चुनाव आक्रामक है। रिलायंस ग्रोथ, जो मिड-कैप में ज्यादा निवेश करता है, में निवेश आपके पोर्टफोलियो को और अधिक आक्रामक बनाता है। इसलिए मुख्य होल्डिंग के तौर पर इन फंडों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। अच्छी रेटिंग वाले टैक्स सेवर फंडों को पोर्टफोलियो में मुख्य स्थान दिया जा सकता है।


फंडों का एकीकरण


दस हजार रुपये के सिप के लिए आपने सात फंडों का चुनाव किया है। फंडों की इतनी संख्या के कारण प्रत्येक महीने बैंक से कटने वाली राशि का प्रबंधन और उनको ट्रैक करना कठिन हो जाता है। निवेश को सात फंडों में बांटने अतिविविधीकरण भी हो गया है।


आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि इन फंडों के तहत 240 शेयरों में निवेश किया गया है। इसलिए आप अपने 10,000 रुपये का निवेश 240 फंडों में कर रहे हैं। आप खुद ही समझ सकते हैं कि मुख्य स्टॉक्स में आवंटन कितना कम होगा।


अभी फंडों का एकीकरण कठिन लग रहा होगा लेकिन अगर यह एक बार हो जाए तो फिर पोर्टफोलियो का प्रबंधन करना आसान हो जाएगा। सबसे पहली बात कि अपने द्वारा चयनित फंडों में किए गए निवेश को न निकालें, इसके बदले आप भविष्य में इन सिप में निवेश करना बंद कर दें (रजिस्ट्रार या एएमसी को चिठ्ठी देकर ऐसा किया जा  सकता है) और नए सिप की शुरुआत करें।


इसके अतिरिक्त अब नया वित्तीय वर्ष आरंभ होने वाला है इसलिए आप टैक्स सेविंग सिप के लिए भी योजना बना सकते हैं।आपके पोर्टफोलियो के लिए तीन या चार फंड काफी हैं। हम केवल चार फंड चुन रहे हैं क्योंकि हम आपके टैक्स सेविंग निवेश को दो फंडों में विशाखित करना चाहते हैं।


बन जाइए करोड़पति


अगर आप अपने वर्तमान सिप को 15 वर्षों के लिए जारी रखते हैं और हम फंडों पर 20 प्रतिशत वार्षिक का प्रतिफल मान कर चलें तो आप तकरीबन अपना लक्ष्य पा ही लेंगे। अवधि की समाप्ति पर आपके पास लगभग 95.54 लाख रुपये होंगे। अगर आप अपने सिप की राशि एक हजार रुपये बढ़ा दें तो इस लक्ष्य को आसानी से पा सकते हैं। हम मासिक सिप के लिए चार फंडों का सुझाव दे रहे हैं। अब आप देखिए कि आपका अपेक्षाकृत छोटा पोर्टफोलियो कैसे काम करता है। 


इस पोर्टफोलियो का झुकाव लार्ज-कैप की तरफ अधिक है जिसमें 65 प्रतिशत आवंटित किया गया है। पोर्टफोलियो का समेकन भी हो गया है क्योंकि इन फंडों के तहत केवल 152 शेयरों में निवेश किया जा रहा है जबकि पहले 240 शेयरों में निवेश किया जा रहा था। समय समय पर अपने पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित करना मत भूलें।

First Published - March 30, 2008 | 11:17 PM IST

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