Penalty on Paytm Payments Bank: वन97 कम्युनिकेशन्स सर्विस (One97 Communication) के स्वामित्व वाली पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर वित्त मंत्रालय की वित्तीय खुफिया इकाई (Financial Intelligence Unit-FIU) की गाज गिर गई है। FIU ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है।
FIU ने पाया कि कई संस्थाओं ने आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों का इस्तेमाल किया।
बता दें कि रिजर्व बैंक की तरफ से 31 जनवरी को की गई पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) ने बैंक के अकाउंट्स, लेन-देन को लेकर छानबीन शुरू की थी।
FIU को जांच एजेंसी से जानकारी मिली कि ऑनलाइन जुए (online gambling) को ऑर्गेनाइज कराने वाली और सुविधा प्रदान करने सहित कई अवैध कार्यों में लिप्त कुछ संस्थाएं पेटीएम पेमेंट्स बैंक से लेनदेन कर रही थी। जिसके बाद FIU ने जांच के आधार पर समीक्षा शुरू की और आज फिनटेक कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर जुर्माना ठोक दिया।
FIU ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.49 करोड़ रुपये का जुर्माना PMLA (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत नियमों के उल्लंघन करने के आरोप में लगाया है। PTI ने बताया कि इसने 15 फरवरी को ही बैंक पर जुर्माना लगा दिया था।
इससे पहले आज One97 Communications ने बड़ा ऐलान करते हुए बताया था कि पेटीएम और पेटीएम पेंमेट्स बैंक ने कंपनियों के बीच इंटर-कंपनी एग्रीमेंट्स को खत्म करने पर सहमति बन गई है।
One97 Communications ने आज को इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा था कि दोनों कंपनियों के बीच एक-दूसरे पर निर्भरता कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स ने 1 मार्च, 2024 को इन समझौतों को समाप्त करने और शेयरधारक समझौतों में संशोधन को मंजूरी दी।
Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने 27 फरवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से इसकी पैरेंट कंपनी One97 Communications के शेयरों में लगातार हचचल देखने को मिल रही है। आज की बात की जाए तो इसके शेयरों ने शानदार परफॉर्मेंस दिखाई थी। NSE पर इसके शेयर 5 फीसदी का उछाल दर्ज करते हुए 423.45 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले एक सप्ताह का भी आंकड़ा देखें तो इसमें 8.91 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
हालांकि, RBI के पेटीएम पेमेंट्स बैंक को बंद करने के आदेश के बाद से इसके शेयरों में ओवरऑस गिरावट आई है। पिछले एक महीने में इसका शेयर 44 फीसदी के करीब गिर गया है।